डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के साथ की शांति की पेशकश, तेजी से घटे तेल के दाम, जानें अमेरिकी राष्ट्रपति के प्रेस कॉन्फ्रेंस की 10 बड़ी बातें
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 9, 2020 03:03 IST2020-01-09T03:03:20+5:302020-01-09T03:03:20+5:30
ईरान के सरकारी टेलीविजन ने दावा किया कि इराक में अमेरिकी ठिकानों पर हमले में ‘‘कम से कम 80 आतंकवादी अमेरिकी सैनिक’’ मारे गए। आईएस आतंकी समूह के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के तहत इराक में करीब पांच हज़ार अमेरिकी सैनिक हैं।

डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के साथ की शांति की पेशकश, तेजी से घटे तेल के दाम, जानें अमेरिकी राष्ट्रपति के प्रेस कॉन्फ्रेंस की 10 बड़ी बातें
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि इराक में अमेरिकी ठिकानों पर ईरान के हमले में किसी भी अमेरिकी को नुकसान नहीं पहुंचा है। ट्रंप ने साथ ही ईरानी नेतृत्व को शांति की पेशकश की जिसे पश्चिम एशिया में तनाव कम करने के लिए अहम कदम माना जा रहा है। ट्रंप की यह टिप्पणी ईरान द्वारा इराक में कम से कम उन दो अड्डों पर एक दर्जन से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागने के कुछ घंटे बाद आई है जहां अमेरिका और गठबंधन बलों के सैनिक तैनात थे। ईरान के साथ तनाव कम करने का संकेत देने के बाद कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखी गई। न्यूयॉर्क में कच्चे तेल की कीमत में 4.6% की गिरावट आई है। इराक में अमेरिकी ठिकानों पर ईरान के मिसाइल हमलों के बाद विश्व बाजार में कच्चे तेल के दाम 4.5 प्रतिशत चढ़ गये थे। ईरान ने यह हमला अमेरिका के हमले में उसके शीर्ष जनरल कासिम सुलेमानी के मारे जाने का बदला लेने के लिये किया।
ट्रंप के बयान के बाद वेस्टर्न टेक्सास इंटरमीडियट क्रूड ऑइल की कीमत गिरकर प्रति बैरल 60 डॉलर के दायरे में आ गई। ट्रंप के बयान जारी करने से पहले भी डब्ल्यूटीआई में गिरावट देखी जा रही थी। वहीं, ब्रेंट क्रूड की कीमत 3.7% की गिरावट के साथ प्रति बैरल 65.78 डॉलर पर पहुंच गया।
दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बाद ब्रेंट और न्यूयार्क बाजारों में कच्चे तेल के दाम पिछले कई माह के शीर्ष स्तर पर पहुंच गये। हालांकि, बाद में कच्चे तेल के दाम में आई बढ़त कुछ नीचे आ गई। ईरान ने कहा कि फिलहाल उसका मिसाइल हमला समाप्त हो गया है। विश्लेषकों का कहना है कि इस घटनाक्रम का तेल आपूर्ति पर प्रभाव होना अभी बाकी है। विश्लेषकों के अनुसार तेल बाजार में हालांकि, पहले से ईरान हमले का अंदेशा बना हुआ था फिर भी अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर ईरान मिसाइल हमले के बाद ब्रेंट कच्चे तेल का दाम बढ़कर 72 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया। इस हमले में चूंकि तेल आपूर्ति को कहीं कोई नुकसान नहीं हुआ इसलिये बाद में इसके दाम नीचे आ गए।
जानें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरान हमले और जनरल सुलेमानी की हत्या पर क्या-क्या कहा?
-डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस ग्रैंड फोयर से राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा, ‘‘ हमारा कोई भी सैनिक हताहत नहीं हुआ है। हमारे सभी सैनिक सुरक्षित हैं और हमारे सैन्य अड्डों को बहुत थोड़ा नुकसान हुआ है।’’
- जनरल सुलेमानी को ‘‘क्रूर आतंकवादी’’ बताते हुए ट्रंप ने कहा, ‘‘ ईरानी सरकार की ओर से कल रात किए गए हमले में एक भी अमेरिकी को नुकसान नहीं पहुंचा है।’’
- ट्रंप ने कहा, ‘‘ हाल के दिनों में वह (सुलेमानी) अमेरिकी ठिकानों पर नए हमलों की योजना बना रहे थे लेकिन हमने उन्हें रोक दिया।’’
- उन्होंने कहा, ‘‘ सुलेमानी को हटाकर हमने आतंकवादियों को एक सख्त संदेश दिया है। अगर आप अपने जीवन को महत्व देते हैं तो आप हमारे लोगों के जीवन को खतरे में नहीं डालेंगे।’’
- ट्रंप ने कहा, ‘‘ सुलेमानी के हाथ अमेरिकी और ईरानियों के खून से सने हुए थे।’’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस्लामिक स्टेट को खत्म करने के लिए ईरान से ‘साथ काम करने का आह्वान’ करते हुए कहा कि आईएस के सरगना अबू बकर अल बगदादी को मार गिराना ईरान के लिए ‘अच्छा’ है।
- ईरानी नेताओं और लोगों को सीधा संदेश देते हुए ट्रंप ने कहा कि अमेरिका उन सभी के साथ शांति के लिए तैयार है, जो शांति चाहते हैं।
ट्रंप ने कहा, ‘‘ ईरान के नेताओं और लोगों के लिए, हम चाहते हैं कि आपका शानदार भविष्य हो जिसके आप हकदार हैं।’’
- ट्रंप ने कहा कि ऐसा लगता है कि ईरान नरम पड़ रहा है जो सभी संबंधित पक्षों के लिए अच्छी बात है और दुनिया के लिए बहुत अच्छा है।
- उन्होंने कहा, ‘‘ बहुत लंबे वक्त से, सटीक रूप से बोलें तो 1979 से, पश्चिम एशिया और अन्य जगहों के देश ईरान के विशानकारी और अस्थिर करने वाले व्यवहार को सहन कर रहे हैं। वे दिन बीत चुके हैं।’’
- ट्रंप ने कहा कि ईरान जब तक आतंकवाद को शह देना बंद नहीं करेगा तब तक पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता नहीं आ सकती। ट्रंप ने नाटो से पश्चिम एशिया की प्रक्रिया में और अधिक शामिल होने को कहा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने संकल्प जताया कि वह ईरान को कभी भी परमाणु हथियार हासिल नहीं करने देंगे।
- ट्रंप ने कहा, ‘‘ जब तक मैं अमेरिका का राष्ट्रपति हूं, मैं ईरान को कभी भी परमाणु हथियार हासिल नहीं करने दूंगा।’’ राष्ट्रपति ट्रंप ने बराक ओबामा के शासनकाल में ईरान परमाणु समझौते को ‘बहुत ही दोषपूर्ण और ‘मूर्खता’ वाला करार दिया।
- ट्रंप ने कहा, ‘‘ईरान को अपनी परमाणु महत्वाकांक्षाओं को छोड़ देना चाहिए और आतंकवाद को अपना समर्थन बंद करना चाहिए।’’
ईरान के सरकारी टेलीविजन के मुताबिक- ‘‘कम से कम 80 आतंकवादी अमेरिकी सैनिक’’ मारे गए''
ईरान के सरकारी टेलीविजन के मुताबिक, यह हमला ईरान की शक्तिशाली रेवोल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की शुक्रवार को अमेरिकी ड्रोन हमले में मौत का बदला लेने के लिए किया गया था। इस हमले को ट्रंप के आदेश पर अंजाम दिया गया था। ईरान के सरकारी टेलीविजन ने दावा किया कि इराक में अमेरिकी ठिकानों पर हमले में ‘‘कम से कम 80 आतंकवादी अमेरिकी सैनिक’’ मारे गए। आईएस आतंकी समूह के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के तहत इराक में करीब पांच हज़ार अमेरिकी सैनिक हैं। (समाचार एजेंसी पीटीआई इनपुट के साथ)