इराक में बेचे गए भारत निर्मित कफ सिरप में है जहरीले रसायन! अमेरिकी प्रयोगशाला ने किया दावा, WHO ने कही ये बात
By आजाद खान | Published: July 29, 2023 09:32 AM2023-07-29T09:32:03+5:302023-07-29T09:40:41+5:30
मामले में बोलते हुए इराक के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता सैफ अल-बदर ने एक साक्षात्कार में कहा है कि मंत्रालय के पास "दवाओं के आयात, बिक्री और वितरण के लिए सख्त नियम हैं।"
वॉशिंगटन डीसी:भारत में बनाए जाने वाली कफ सिरप को लेकर एक बुरी खबर सामने आई है। दरअसल, एक यूएस की एजेंसी ने यह दावा किया है कि जिन भारत निर्मित कफ सिरप को इराक में भेजा गया था उसमें जहरीले रसायन पाए गए है।
ऐसे में एजेंसी ने अपने दावों को विश्व स्वास्थ्य संगठन, भारत और इराक के अधिकारियों से भी साझा किया है। बता दें यह खबर उस समय आ रही है जब भारत निर्मित कफ सिरप को लेकर पहले ही सवाल खड़े हो चुके है और इससे कथित तौर पर कुछ देशों में कई बच्चों की मौत भी हो गई है।
एजेंसी ने क्या दावा किया है
एक स्वतंत्र अमेरिकी प्रयोगशाला वालिश्योर एलएलसी के मुताबिक, इसी साल मार्च में बगदाद के एक फार्मेसी को बेचे गए कोल्ड आउट की एक बोतलों में 2.1 फीसदी एथिलीन ग्लाइकॉल पाया गया है। आमतौर पर एक कफ सिरप में जितनी एथिलीन ग्लाइकॉल के इस्तेमाल की इजाजत है, इन कफ सिरप में ये मात्रा 21 गुना ज्यादा थी।
बता दें कि एथिलीन ग्लाइकॉल को एक सीमित मात्रा में इस्तेमाल करना सुरक्षित है लेकिन जब इसकी मात्रा बढ़ाई जाएगी जैसे इराक में बेचे गए सिरप में पाई गई है, तो इसका उल्टा असर भी पड़ सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह निश्चित मात्रा से अधिक होने पर इंसानों के लिए यह जहरीला भी साबित हो सकता है।
एजेंसी के दावों पर डब्ल्यूएचओ ने क्या कहा है
बता दें कि डब्ल्यूएचओ ने एजेंसी के दावों को "स्वीकार्य" पाया है और कहा है कि अगर ईराकी सरकार इसकी पुष्टि करती है कि वहां ये कफ सिरप बेचें गए है तो वे इसे लेकर अलर्ट भी जारी करेगा।
अधर कफ सिरप पर बोलते हुए इराक के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता सैफ अल-बदर ने एक साक्षात्कार में कहा कि मंत्रालय के पास "दवाओं के आयात, बिक्री और वितरण के लिए सख्त नियम हैं।" वे इससे जुड़े सवालों से बचते हुए नजर आए है। गौर करने वाली बात यह है कि पिछले साल गाम्बिया और उजबेकिस्तान में भारी तादात में भारत में बने कफ सिरप से मरने का दावा किया गया था।