मानवीय संकट से जूझ रहे अफगानिस्तान के लोगों की मदद के लिए भारत आज 50000 मीट्रिक टन गेहूं भेजेगा। भारत की यह मदद पाकिस्तान के रास्ते से अफगानिस्तान पहुंचेगी। इस खेप को विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। पिछले साल नवंबर में भारत ने पाकिस्तान से इस संबंध में अनुरोध किया था।
पाकिस्तान से भारत ने किया था अनुरोध
वहीं पाकिस्तान ने भारत के अनुरोध को स्वीकार कर लिया था। तब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से इस बात की जानकारी दी गई थी कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तान होते हुए भारत द्वारा अफगानिस्तान तक भेजी जाने वाली मानवीय सहायता को मंजूरी दे दी है।
भारत ने पिछले साल अक्टूबर में की थी घोषणा
बता दें कि भारत ने पिछले साल अक्टूबर में अफगानिस्तान को मानवीय सहायता के रूप में 50,000 टन गेहूं देने की घोषणा की थी और पाकिस्तान से वाघा सीमा के जरिये खाद्यान्न भेजने का अनुरोध किया था। भारत की ये सहायता पाकिस्तान के वाघा बॉर्डर के जरिए अफगानिस्तान को पहुंचेगी।
इससे पहले कोविड वैक्सीन की भेजी थी मानवीय सहायता
भारत अपने पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान की समय-समय पर मदद करता रहता है। अफगानिस्तान को भारत की मदद लगातार जारी है। इससे पहले भारत ने भुखमरी और दवाओं की कमी से जूझ रहे अफगानिस्तान को कोविड वैक्सीन (COVID-19 vaccine Covaxin) की 500,000 डोज की मानवीय सहायता भेजी थी।
बता दें अफगानिस्तान में तालिबान का शासन स्थापित होने के बाद से वहां भारी खद्यान संकट है और लोग अपने बेटे और बेटियों तक को बेचने को मजबूर है। अफगानिस्तान में दवाओं की भी भारी कमी है।