भारत-अमेरिका का रक्षा कारोबार इस साल 18 अरब डॉलर पर पहुंचने की उम्मीद: पेंटागन
By भाषा | Published: October 19, 2019 08:50 AM2019-10-19T08:50:21+5:302019-10-19T08:50:21+5:30
इससे पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक मतभेद कम हो रहे हैं और दोनों देशों के बीच जल्द ही कोई व्यापार समझौता होने की उम्मीद है।
भारत-अमेरिका रक्षा तकनीक एवं कारोबार नवोन्मेष (डीटीटीआई) की अगले सप्ताह दिल्ली में होने वाली सामूहिक बैठक से पहले शनिवर को पेंटागन ने कहा कि इस साल के अंत तक दोनों पक्षों के बीच द्विपक्षीय रक्षा कारोबार 18 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की संभावना है। रक्षा खरीद एवं प्रमाणन उपमंत्री एलेन एम लॉर्ड ने कहा कि दोनों देश की सेनाओं के बीच संबंध एवं सहयोग को आगे बढ़ाते हुए अमेरिका भारत के साथ अपनी साझेदारी मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने पेंटागन में संवाददाताओं से कहा, ‘‘ द्विपक्षीय रक्षा कारोबार जो कि 2008 में शुरुआत शून्य पर था, उसके इस साल के अंत तक 18 अरब डॉलर पर पहुंचने की संभावना है।’’ लॉर्ड यहां अगले सप्ताह होने वाली डीटीटीआई की बैठक की सह अध्यक्षता करेंगी। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने पिछले साल भारत को इंडिया स्ट्रैटजिक ट्रेड अथॉरिटी टियर1 का दर्जा दिया था जो कि भारत को नाटो सहयोगी जापान, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया जितने ही अधिकार देता है।
इससे पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक मतभेद कम हो रहे हैं और दोनों देशों के बीच जल्द ही कोई व्यापार समझौता होने की उम्मीद है। उन्होंने भारतीय संवाददाताओं के एक समूह से कहा, ‘‘मुझे जल्द ही कोई समझौता होने की उम्मीद है। निस्संदेह (मतभेद) कम हो रहे हैं।’’ सीतारमण अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक में भाग लेने यहां आई हैं। उनसे दोनों देशों के बीच भारत एवं अमेरिका के बीच व्यापारिक समझौते को लेकर चल रही बातचीत की स्थिति के बारे में सवाल किया गया था, जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि वित्त मंत्रालय इस पर काम कर रहा है और उम्मीद है कि जल्द ही यह बातचीत पूरी हो जाएगी।