भारत ने कहा-हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्विन सुरक्षित, बस एहतियात की जरूरत, WHO ने लगाई रोक
By एसके गुप्ता | Published: May 26, 2020 06:01 PM2020-05-26T18:01:13+5:302020-05-26T18:01:38+5:30
आईसीएमआर के महानिदेशक डा. बलराम भार्गव ने मंगलवार को एक सवाल के जवाब में कहा कि एचसीक्यू के सुरक्षित सेवन को लेकर एम्स, आईसीएमआर ने जांच की है। जिसमें यह पाया गया है कि एचसीक्यू का सेवन पूरी तरह से दिए गए निर्देशों के साथ करना सुरक्षित है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस से होने वाली बीमारी के इलाज के लिए हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्विन (एचसीक्यू) को कारगर दवा बताते हुए संक्रमण से बचने के लिए खुद इस दवा का सेवन करने की बात कही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हाल ही में स्वास्थ्य कारणों से कोरोना रोगियों पर मलेरिया की दवा एचसीक्यू के परीक्षण पर रोक लगा दी है। जिसे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताते हुए कहा है कि इसके सेवन से रोगियों को उल्टी की शिकायतें आ रही हैं।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद् (आईसीएमआर) ने डब्ल्यूएचओ के इस दावे को खारिज करते हुए कहा है कि एचसीक्यू का सेवन पूरी तरह सुरक्षित है। बस जरूरत है तो इसके सेवन में एहतियात बरतने की।
आईसीएमआर के महानिदेशक डा. बलराम भार्गव ने मंगलवार को एक सवाल के जवाब में कहा कि एचसीक्यू के सुरक्षित सेवन को लेकर एम्स, आईसीएमआर ने जांच की है। जिसमें यह पाया गया है कि एचसीक्यू का सेवन पूरी तरह से दिए गए निर्देशों के साथ करना सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि सेवन से उल्टी आने की शिकायतें तभी आती हैं, जब खाली पेट इसका सेवन किया गया हो।
उन्होंने कहा कि हाल ही में सरकार ने एचसीक्यू इस्तेमाल को लेकर एडवाइजरी जारी की है। इसमें गैर कोविड-19 अस्पतालों में काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों, कंटेनमेंट जोन में तैनात कर्मी और संक्रमण क्षेत्र में तैनात स्वास्थ्य व सुरक्षा कर्मियों को इसके सेवन की सलाह दी गई है। इससे पहले जारी एडवाइजरी में कहा गया था कि कोरोना संक्रमित रोगियों का उपचार करने वाले स्वास्थ्य कर्मी और उनके संपर्क में आने वाले व्यक्ति ही इसका सेवन चिकित्सकीय सलाह पर करेंगे। हालांकि बच्चों और बुजुर्गों को इस दवा के सेवन की मनाही की गई है।