Rishi Shah: भारतीय-अमेरिकी बिजनेसमैन ऋषि शाह को 7.5 साल की जेल, 8,300 करोड़ की धोखाधड़ी कर गूगल समेत इन्हें लगाया चुना
By आकाश चौरसिया | Updated: July 2, 2024 13:10 IST2024-07-02T12:27:53+5:302024-07-02T13:10:25+5:30
भारतीय-अमेरिकी बिजनेसमैन ऋषि शाह को 8300 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के मामले में अमेरिकी कोर्ट ने साढ़े सात साल की सजा सुनाई है। हालांकि, इस बड़े केस में हाई-प्रोफाइल निवेशकों को झटका लगा है।

फोटो क्रेडिट- (एक्स)
नई दिल्ली:भारतीय-अमेरिकन बिजनेसमैन ऋषि शाह, जो कि पूर्व में ऑटकम हेल्थ के सह-संस्थापक रह चुके हैं, उनपर अमेरिकी कोर्ट ने 8300 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के मामले में साढ़े सात साल की सजा सुनाई है। इसके बाद से हाई-प्रोफाइल निवेशकों में शामिल गोल्डमैन सैक्स ग्रुप इंक, गूगल पैरेंट अल्फाबेट इंक और इलिनोइस के गवर्नर जेबी प्रित्जकर की उद्यम पूंजी फर्म को हिलाकर रख दिया। अमेरिकी जिला न्यायाधीश थॉमस डर्किन द्वारा सुनाए गए फैसले ने इतिहास के सभी बड़े कॉर्पोरेट धोखाधड़ी मामलों में से एक पर पर्दा डाल दिया।
ब्लूमबर्ग रिपोर्ट के अनुसार, ऑउटकम हेल्थ शाह के विश्विद्यालय के दिनों की उपज है, जिसका असल में नाम कॉन्टेक्सट मीडिया हेल्थ है। कंपनी को 2006 में स्थापित किया गया, जिसका मकसद मेडिकल एड को डॉक्टरों के कार्यलयों में टीवी को लगाकर मरीजों को टारगेट करना था। शाह के साथ कंपनी को ऋद्धा अग्रवाल भी सह-संस्थापक हैं और फिर इसकी ग्रोथ भी बढ़ी और कंपनी की वैल्यू में इजाफा हुआ। लेकिन, यह सिर्फ इसलिए था क्योंकि मरीजों और हेल्थ प्रोवाइडर के बीच उस गैप को पाटा जा सके।
साल 2010 के बीच ऑउटकम हेल्थ में यह टेक और हेल्थकेयर कम्युनिटी में एक बड़ा प्लेयर बनकर उभरा। जिसे माना गया कि यह पारंपरिक स्वास्थ्य सेवा में अत्याधुनिक तकनीक को शामिल करने आधुनिक तकनीक के वादे ने हाई प्रोफाइल निवेशकों को आकर्षित किया। मार्केट में बढ़त बनाते हुए, ऑउटकम ने भारी फंड सुरक्षित किया और धन भी जोड़ा, जिसके बाद ऋषि शाह की शिकागो में अलग पहचान बन गई।
मार्केट में बोला झूठ
लेकिन अमेरिकी मार्केट में शानदार सफलता के पीछे, ऑउटकम हेल्थ की नींव डोल रही थी। अभियोजकों ने कोर्ट में आरोप लगाते हुए कहा कि 38 वर्षीय ऋषि शाह, को-फाउंडर श्रद्धा अग्रवाल और एक अन्य प्रतिवादी, मुख्य वित्तीय अधिकारी ब्रैड प्यूडी के साथ, कंपनी के परिचालन और वित्तीय स्वास्थ्य को गलत तरीके से प्रस्तुत करके निवेशकों, ग्राहकों और कर्जदाताओं के खिलाफ बड़ी धोखाधड़ी की योजना बनाने में शामिल थीं।
धोखाधड़ी के केंद्र में ऑउटकम हेल्थ द्वारा वितरित की जाने वाली विज्ञापन सूची से अधिक विज्ञापन इन्वेंट्री बेचना और कमी को कवर करने के लिए डेटा तैयार करने काम चल रहा था।
इतना ही नहीं मार्केट में शामिल फार्मा क्षेत्र के जायंट नोवो नॉरडिस्क और दूसरे क्लाइंट के साथ फ्रॉड किया। इसके अलावा गलत जानकारी साझा की, गलत आंकड़ें पेश किए, साथ में हाई रैवन्यू को पेश करने का मकसद ये था कि उन्हें निवेश मिले या आर्थिक तौर पर उनके पीछे मजबूती से कोई खड़ा रहे।