नई दिल्ली: गिल्डा स्पोर्टियेलो बुधवार को निचले सदन में अपने नवजात बच्चे को स्तनपान कराने वाली इटली की पहली राजनेता बनीं। गिल्डा स्पोर्टियेलो अपने बच्चे के साथ सदन में बैठीं और लोक प्रशासन पर हुई वोटिंद में भाग लिया। इसके बाद फिर सर्वसम्मति से तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उन्होंने अपने बच्चे को स्तनपान कराना कराया।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि इस घटना को पारंपरिक रूप से पुरुष प्रधान इटली में निचले सदन के स्पीकर द्वारा रेखांकित किया गया था। गिल्डा स्पोर्टियेलो वामपंथी झुकाव वाले फाइव-स्टार मूवमेंट से हैं। बता दें कि वह वही लॉ मेकर हैं जिन्होंने इससे जुड़े एक नियम के लिए लड़ाई लड़ी थी ताकि संसदीय सत्र के दौरान महिलाओं को अपने बच्चों को पालने की अनुमति दी जा सके।
गिल्डा स्पोर्टियेलो ने कहा कि आज से, यदि उच्चतम इतालवी संस्थान श्रमिकों को अपने कार्यस्थल पर इस प्रकार की अनुमति दी जाती है, तो किसी भी पेशे में किसी भी महिला को इस अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता है। ला रिपब्लिका दैनिक ने स्पोर्टिलो के हवाले से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनका अग्रणी कार्य इटली में सभी कार्यस्थलों को प्रेरित करेगा ताकि कामकाजी माताओं के लिए अपने शिशुओं की देखभाल करना आसान हो सके।
गौरतलब है कि पिछले साल एक संसदीय नियम पैनल ने महिला सांसदों को अपने बच्चों के साथ कक्ष में प्रवेश करने और उन्हें एक वर्ष की आयु तक स्तनपान कराने की अनुमति दी थी। जियोर्जिया मेलोनी ने अक्टूबर में इटली की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया था। हालांकि, देश के दो-तिहाई सांसद पुरुष हैं।
तेरह साल पहले लाइसिया रोंजुली, जो अब केंद्र-दक्षिणपंथी फोर्ज़ा इटालिया पार्टी की सीनेटर हैं, ने स्ट्रासबर्ग में यूरोपीय संसद में अपनी बेटी को स्तनपान कराया था।