इमरान खान की घोषणा, 'इस्लामोफोबिया से लड़ने के लिए बीबीसी की तरह अंग्रेजी चैनल करेंगे शुरू'
By विनीत कुमार | Updated: October 1, 2019 10:07 IST2019-10-01T10:07:56+5:302019-10-01T10:07:56+5:30
इमरान खान के अनुसार दुनिया भर में फैले इस्लामोफोबिया को दूर करने का यह प्रयास होगा। इमरान खान ने पिछले हफ्ते भी न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर तुर्की के राष्ट्रपति और मलेशिया के प्रधानमंत्री से मुलाकात कर कुछ ऐसी ही घोषणा की थी।

तुर्की, मलेशिया के साथ मिलकर बीबीसी जैसी अंग्रेजी चैनल करेंगे शुरू इमरान खान (फाइल फोटो)
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट कर ये घोषणा की है कि इस्लाम से जुड़ी गलत धारणाओं को दूर करने के लिए जल्द ही एक अंग्रेजी टीवी चैनल की शुरुआत की जाएगी। इमरान ने ट्वीट कर यह घोषणा की। इमरान ने ट्वीट कर लिखा कि बीबीसी जैसा इंग्लिश चैनल शुरू किया जाएगा। इमरान के अनुसार दुनिया भर में फैले इस्लामोफोबिया को दूर करने का यह प्रयास होगा। इमरान खान ने पिछले हफ्ते भी न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर तुर्की के राष्ट्रपति और मलेशिया के प्रधानमंत्री से मुलाकात कर कुछ ऐसी ही घोषणा की थी।
इमरान खान ने सोमवार को चैनल शुरू करने की घोषणा को लेकर ताजा ट्वीट करते हुए लिखा, 'हमने अपनी बैठक में बीबीसी की ही तरह का एक अंग्रेजी टीवी चैनल स्थापित करने का फैसला किया है। यह चैनल मुसलमानों के मुद्दों को उठाने के साथ-साथ इस्लामोबोफिया से भी लड़ेगा।’
Our meeting in which we decided to set up a BBC type English language TV Channel that, apart from highlighting Muslim issues, will also fight Islamophobia. pic.twitter.com/GA6o15oJFH
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) September 30, 2019
पिछले हफ्ते इमरान खान ने एक ट्वीट में कहा था, 'राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन, प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद और मैंने आज बैठक की। इस बैठक में इस्लाम को लेकर बनी गलत धारणाओं को दूर करने और हमारे महान धर्म इस्लाम के बारे में एक अंग्रेजी चैनल शुरू करने का फैसला किया गया।'
'यरुशलम पोस्ट' ने दिखाया आईना!
इमरान खान सहित तुर्की के राष्ट्रपति और मलेशिया के प्रधानमंत्री के टीवी चैनल शुरू करने की खबर को लेकर 'यरुशलम पोस्ट' की ओर से छापी गई रिपोर्ट में एक दिलचस्प बात लिखाी है। अखबार की रिपोर्ट में लिखा है, एक ऐसे देश के नेता जिनके यहां ईशनिंदा के लिए मौत की सजा है, एक नेता जो खुद को यहूदी-विरोधी बताता है और एक नेता जो पड़ोसी मुल्कों को धमकाता है, वे आज एक टीवी चैनल शुरू करने की बात कर रहे हैं जो इस्लामोफोबिया के खिलाफ संघर्ष करेगा।
गौरतलब है कि मलेशिया के प्रधानमंत्री मोहम्मद महातिर खुलकर खुद को यहूदी-विरोधी कहते रहे हैं। दूसरी ओर पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून की बात हमेशा होती रही है जिसमें मौत की सजा तक देने का प्रावधान है। इस कानून को लेकर अक्सर ये आरोप लगते रहे हैं कि इसका इस्तेमाल अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने के लिए किया जाता रहा है।