हांगकांग में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को किया आभार व्यक्त, झंडे पर लिखा 'Thankyou Trump'
By स्वाति सिंह | Published: December 1, 2019 03:54 PM2019-12-01T15:54:06+5:302019-12-01T15:54:37+5:30
अमेरिकी संसद के दोनों सदनों प्रतिनिधिसभा और सीनेट से यह विधेयक पारित हो चुका है। ट्रंप के बुधवार को हांगकांग मानवाधिकार एवं लोकतंत्र अधिनियम 2019 पर दस्तखत के बाद यह कानून बन गया है। ट्रंप के कदम के बाद चीन के विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी राजदूत को तलब किया
हांगकांग में सैकड़ों लोगों ने रविवार को अमेरिकी सरकार के लिए 'आभार' व्यक्त किया। प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी झंडे पर डोनाल्ड ट्रंप की फोटो लगाकर शुक्रिया अदा किया। इस झंडे पर अमेरिकी राष्ट्रपति के सामने एक टैंक है जबकि पीछे अमेरिकी ध्वज के साथ वह खड़े हैं। इसके साथ ही लोगों क]ने खुद भी ट्रंप की फोटो वाली टीशर्ट और टोपी पहनी हुई थी।
इसके अलावा एक दूसरे बैनर पर लिखा था 'राष्ट्रपति ट्रंप प्लीज हांगकांग को मुक्त कराएं। बता दें कि हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हांगकांग में लोकतंत्र और मानवाधिकार के समर्थन वाले एक विधेयक पर हस्ताक्षर कर दिए। इस पर, नाराज चीन ने अमेरिकी राजदूत को तलब किया और अपना 'कड़ा विरोध' जताया। इस विधेयक के तहत हांगकांग में लोकतंत्र समर्थकों के मानवाधिकारों का हनन करने वाले अधिकारियों पर पाबंदियां लगाने का प्रस्ताव है।
ट्रंप ने हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक विधेयक पर किए हस्ताक्षर
अमेरिकी संसद के दोनों सदनों प्रतिनिधिसभा और सीनेट से यह विधेयक पारित हो चुका है। ट्रंप के बुधवार को हांगकांग मानवाधिकार एवं लोकतंत्र अधिनियम 2019 पर दस्तखत के बाद यह कानून बन गया है। ट्रंप के कदम के बाद चीन के विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी राजदूत को तलब किया और संबंधों में “आगे किसी तरह के नुकसान” से बचने के लिए उस विधेयक को लागू करने से रोकने की अमेरिका से अपील की जो हांगकांग में लोकतंत्र के पक्ष में हो रहे आंदोलन का समर्थन करता है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि चीनी विदेश उपमंत्री ली युचेंग ने राजदूत टेरी ब्रैनस्टेड के समक्ष “कड़ा विरोध” जाहिर किया और मांग की कि अमेरिका,“ अपनी गलतियों को सुधारे और अपना रुख बदले।”
हांगकांग में पुलिस ने विश्वविद्यालय की घेराबंदी खत्म की
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को हांगकांग पुलिस ने विश्वविद्यालय की घेराबंदी खत्म की। विश्वविद्यालय के भीतर मौजूद सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करने के लिए बीते 12 दिन से पुलिस ने परिसर को घेर रखा था। पुलिस ने परिसर में छिपाकर रखे गए गैसोलिन के करीब 4,000 बम वहां से हटाए। इन्हें प्रदर्शनकारियों ने छोड़ दिया था।
प्रदर्शनकारियों की परिसर और नजदीक की सड़कों पर लगभग दो हफ्ते पहले दंगा अधिकारियों के साथ झड़प हुई थी। जून में विवादास्पद विधेयक के विरोध में मार्च के साथ शुरू हुए अशांत हालात में बीते छह माह में हांगकांग पॉलिटेक्निक यूनिवर्सिटी में गतिरोध सबसे अधिक नाटकीय घटनाक्रम था। गुरुवार को करीब 100 अधिकारी पॉलिटेक्निक परिसर में सबूतों को एकत्रित करने और खतरनाक चीजों को हटाने के लिए दाखिल हुए थे।
पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दो दिन में उन्होंने 3,989 गैसोलिन बम, 1,339 विस्फोटक वस्तुएं, 601 बोतल हानिकारक तरल पदार्थ और 573 हथियार बरामद किए। भीतर से उन्हें कोई प्रदर्शनकारी नहीं मिला। विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि परिसर को जो नुकसान पहुंचा है उसकी मरम्मत के लिए पांच से छह महीने का वक्त लगेगा। इस बीच, लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि आगामी दिनों में वे नए सिरे से रैलियां निकालेंगे और हड़ताल करेंगे।