हांगकांग नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानूनः अमेरिकी राजनयिक ने कहा-‘त्रासदी’, कई देशों ने तोड़े संबंध, कनाडा ने प्रत्यर्पण संधि रद्द की
By भाषा | Published: July 6, 2020 01:43 PM2020-07-06T13:43:49+5:302020-07-06T13:43:49+5:30
हांगकांग में नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को लेकर हंगामा जारी है। कई देशों ने संबंध तोड़ लिए। कनाडा ने हांगकांग के साथ प्रत्यर्पण संधि रद्द कर दी। ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने कहा कि हम नागरिकों को अपने यहां पनाह दे सकते हैं।
हांगकांगः हांगकांग में अमेरिका के शीर्ष राजनयिक ने सोमवार को कहा कि अर्द्ध स्वायत्त चीनी क्षेत्र में “मौलिक स्वतंत्रता” को छीनने व एशिया के आर्थिक केंद्र में “जबर्दस्ती और आत्म-नियंत्रण का माहौल” बनाने के लिए नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का प्रयोग करना एक “त्रासदी” है।
हांगकांग और मकाऊ में अमेरिकी महावाणिज्य दूत हैन्सकम स्मिथ ने संवाददाताओं से कहा, “राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का इस्तेमाल मौलिक स्वतंत्रताओं को समाप्त करने और जबर्दस्ती तथा आत्म-नियंत्रण का माहौल बनाने के लिए करना हांगकांग के लिए एक त्रासदी है।”
उन्होंने कहा, “हांगकांग मुख्यत: अपने खुलेपन को लेकर सफल रहा है और हम उसे बरकरार रखने के लिए कुछ भी करेंगे।” हांगकांग में पिछले साल सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद पिछले हफ्ते लागू किया गया कानून अलगाववादी, विध्वंसक या आतंकवादी गतिविधियों के साथ ही शहर के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप को अवैध बनाता है।
शहर की स्वतंत्रता की मांग के लिए नारे लगाना या पोस्टर दिखाना
शहर की स्वतंत्रता की मांग के लिए नारे लगाना या पोस्टर दिखाना और झंडे लहराना जैसी गतिविधियां इस कानून का उल्लंघन मानी जाएंगी भले ही हिंसा हुई हो या नहीं। आलोचक इसे पूर्व ब्रिटिश उपनिवेश और मुख्य भूमि के सत्तावादी कम्युनिस्ट पार्टी प्रणाली के बीच कानूनी सुरक्षा दीवार को हटाने के बीजिंग के सबसे साहसिक कदम के रूप में देख रहे हैं।
कानून के प्रभावी होने के बाद से सरकार ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि प्रदर्शन के नारे, “हांग कांग को आजाद करो, हमारे समय की क्रांति” में अलगाववादी संकेत हैं और इसलिए इसे लगाना अपराध है। हांगकांग के सार्वजनिक पुस्तकालयों में, लोकतंत्र समर्थक लोगों द्वारा लिखी गई पुस्तकों को हटा लिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि नये कानून के मद्देनजर वे पुस्तकों की समीक्षा कर रहे हैं।
कनाडा ने हांगकांग के साथ प्रत्यर्पण संधि रद्द की
चीन द्वारा हांगकांग में नया सुरक्षा कानून लागू किए जाने के बाद कनाडा ने हांगकांग के साथ प्रत्यर्पण संधि रद्द कर दी है। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि कनाडा हांगकांग के लिए एक देश दो व्यवस्था के मसौदा पर विश्वास करता है और वह उसके लोगों के साथ खड़ा होगा।
ट्रूडो ने कहा कि कनाडा आव्रजन सहित अन्य कदमों पर भी विचार कर रहा है। अन्य देश भी शरण की पेशकश पर विचार कर रहे हैं। कनाडा के 300,000 लोग हांगकांग में रहते हैं। बीजिंग के निर्देश के तहत स्थानीय अधिकारियों ने कानून को लागू करने के लिए तेजी से कदम उठाए हैं, पुलिस ने बुधवार को लगभग 370 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें 10 लोगों पर कानून के प्रत्यक्ष उल्लंघन करने का संदेह है।
हांगकांग निवासियों को पनाह दे सकता है ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि उनकी सरकार हांगकांग के उन निवासियों को पनाह मुहैया कराने पर विचार कर रही है जिन्हें इस अर्द्ध स्वायत्त क्षेत्र में सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू करने के चीन के कदम से खतरा है। मॉरिसन ने कहा कि उनका मंत्रिमंडल ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की तरह के ही अवसरों को मुहैया कराने पर जल्द ही विचार करेगा जिन्होंने हांगकांग वासियों को नागरिकता की पेशकश की है।
मॉरिसन ने पत्रकारों से कहा, ‘‘जब हम इस पर अंतिम निर्णय ले लेंगे तो मैं आपको बताऊंगा। लेकिन अगर आप पूछ रहे हैं कि हम समर्थन देने की तैयारी कर रहे हैं? तो जवाब है : हां।’’ ब्रिटेन ब्रिटिश राष्ट्रीय विदेशी पासपोर्ट के पात्र हांगकांग के 30 लाख निवासियों को आवासन अधिकार दे रहा है जिससे वह पांच वर्षों के लिए ब्रिटेन में रह और काम कर सकेंगे।
ऑस्ट्रेलिया हांगकांग निवासियों को अस्थायी सुरक्षा वीजा दे सकता है जिससे वहां के शरणार्थी देश में तीन वर्षों तक रह सकेंगे। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने ऑस्ट्रेलिया से इस सुरक्षा कानून को ‘‘उचित तथा वस्तुनिष्ठ’’ परिदृश्य में देखने का अनुरोध किया। उन्होंने बीजिंग में पत्रकारों से कहा, ‘‘हांगकांग को आड़ बनाकर चीन के अंदरुनी मामलों में हस्तक्षेप करना बंद करिए और गलत रास्ते पर चलने से बचिए।’’