काठमांडू के लोग तरस जाएंगे गोलगप्पे के लिए, सरकार ने लगा दिया बैन, जानिए भला क्यों
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 28, 2022 09:52 AM2022-06-28T09:52:54+5:302022-06-28T09:58:52+5:30
नेपाल सरकार ने देश की राजधानी काठमांडू में गोलगप्पे पर बैन लगा दिया है। अब कोई भी सड़क पर नहीं बेच पाएगा गोलगप्पा। जानकारी के मुताबिक काठमांडू में लगे गोलगप्पे बैन के पीछे स्वास्थ्य मंत्रालय है। उसके एक आदेश से पूरे काठमांडू में गोलगप्पे बिकने बंद हो गये हैं।
नेपाल: गोलगप्पे का राज भारत और नेपाल में एक समान है। जिधर भी सड़कों पर निकलिये लोग गोलगप्पे खाते नजर आ जाते हैं। लेकिन नेपाल सरकार ने अब एक ऐसा फैसला लिया है कि काठमांडू के लोग गोलगप्पा खाने के लिए तरस जाएंगे।
जी हां, आप बिल्कुल सही पढ़ रहे हैं। नेपाल सरकार ने देश की राजधानी काठमांडू में गोलगप्पे पर बैन लगा दिया है। अब कोई भी सड़क पर नहीं बेच पाएगा गोलगप्पा। जानकारी के मुताबिक काठमांडू में लगे गोलगप्पे बैन के पीछे स्वास्थ्य मंत्रालय है। उसके एक आदेश से पूरे काठमांडू में गोलगप्पे बिकने बंद हो गये हैं।
बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह फैसला ललितपुर मेट्रोपिलिटन सिटी में हैजा के केसों के बढ़ने के कारण लिया है। दावा किया गया है कि गोलगप्पे में प्रयोग होने वाले पानी में कॉलरा बैक्टीरिया पाया गया है और बिना पानी के गोलगप्पा तो बिक नहीं सकता।
इस संबंध में आदेश का पालन करवाने वाले म्युनिसिपल पुलिस चीफ सीताराम हचेतू ने बताया कि पुलिस ने काठमांडू के भीड़भाड़ वाले इलाकों और कॉरिडोर एरिया में गोलगप्पे की बिक्री रोकने के लिए पूरी तैयारी कर ली है।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग से उन्हें मिले आदेश के मुताबिक गोलगप्पे में इस्तेमाल होने वाले पानी के कारण हैजा होने की बहुत अधिक संभावना है, इसलिए मंत्रालय ने इस मामले में स्पष्ट आदेश जारी किया है कि काठमांडू में तत्काल प्रभाव से गोलगप्पे को बैन कर दिया जाए।
वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी की जानकारी के अनुसार बीते रविवार को काठमांडू में हैजा के सात नए मामले सामने आये। इसके साथ ही घाटी में कुल मरीजों की संख्या 12 हो गई है। नेपाल के स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतरगत एपिडेमियोलॉजी ऐंड डिजीज कंट्रोल डिविजन के डायरेक्टर चमनलाल दास ने इस विषय में बताया कि काठमांडू मेट्रोपोलिस में कॉलरा के पांच मामले पाए गए।
इसके अलावा एक केस चंद्रागिरि म्युनिसिपालिटी में और एक बुधानीकांता म्युनिसिपालिटी में पाया गया। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को सलाह दी है कि हैजा का कोई भी लक्षण नजर आते ही नजदीकी अस्पताल में संपर्क करें।
इसके अलावा नेपाल सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे बारिश और गर्मी के मौसम में फैलने वाली जल जनित बीमारियों जैसे कि डायरिया, कॉलरा से सावधान रहें और गोलगप्पे खाना बंद कर दें, क्योंकि गोलगप्पे के पानी से कॉलरा होने की संभावना बहुत ज्यादा है।