जनरल कासिम सुलेमानी की हत्याः ईरानी राष्ट्रपति ने कहा, अमेरिका ने मेरा हाथ काटा, हम US के पैर काटेंगे, हम डरते नहीं हैं
By भाषा | Published: January 8, 2020 07:37 PM2020-01-08T19:37:34+5:302020-01-08T19:37:34+5:30
इराक स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर ईरान के मिसाइल हमलों के कुछ घंटों बाद रूहानी ने टेलीविजन पर प्रसारित एक संबोधन में कहा, ‘‘यदि अमेरिका ने अपराध किया है...तो उसे पता होना चाहिए कि उसे मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।’’ रूहानी ने कहा, ‘‘यदि उसमें अक्ल होगी तो इस समय वह कोई दूसरी कार्रवाई नहीं करेगा।’’
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने बुधवार को कहा कि जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए ईरान का मिसाइल हमला दिखाता है कि ‘‘हम अमेरिका से डरते नहीं हैं ।’’
इराक स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर ईरान के मिसाइल हमलों के कुछ घंटों बाद रूहानी ने टेलीविजन पर प्रसारित एक संबोधन में कहा, ‘‘यदि अमेरिका ने अपराध किया है...तो उसे पता होना चाहिए कि उसे मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।’’ रूहानी ने कहा, ‘‘यदि उसमें अक्ल होगी तो इस समय वह कोई दूसरी कार्रवाई नहीं करेगा।’’
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने शुक्रवार को कहा कि ईरान और ‘‘क्षेत्र के आजाद देश’’ रेवोल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या का अमेरिका से बदला लेंगे। रूहानी ने ईरान सरकार की वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा, ‘‘इस बात में कोई शक नहीं है कि महान राष्ट्र ईरान और क्षेत्र के अन्य आजाद देश अपराधी अमेरिका के इस जघन्य अपराध का बदला लेंगे।’’
ईरान ने अपने सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए बुधवार को इराक स्थित अमेरिकी सैन्य बलों के ठिकानों पर हमले किए। ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर ने एक बयान में कहा कि ‘‘ऑपरेशन मार्टिर सुलेमानी’’ अमेरिकी हमलावरों के आपराधिक एवं आतंकी अभियान के जवाब और सुलेमानी की कायराना हत्या एवं दर्दनाक शहादत का बदला लेने के लिए था।
इसमें कहा गया, ‘‘अमेरिकी आतंकी सेना के हमलावर हवाई प्रतिष्ठान पर जमीन से जमीन पर मार करने वाली दर्जनों मिसाइलें दागी गईं...एन अल असद, और यह ठिकाना नष्ट कर दिया गया।’’ बयान में कहा गया, ‘‘इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कोर इस महान विजय के लिए इस्लाम के अनुयायियों को बधाई देती है और इस्लामी ईरान के महान तथा समर्पित लोगों को यह सूचित करती है... 1- हम बड़े शैतान, क्रूर और अहंकारी अमेरिकी शासन को चुनौती देते हैं कि किसी भी नए दुर्भावनापूर्ण कृत्य या हमलावर गतिविधि का अंजाम और भी अधिक दर्दनाक तथा विनाशकारी होगा।
2-हम अमेरिका की आतंकी सेना को आधार उपलब्ध कराने वाली उसकी मित्र सरकारों को चेतावनी देते हैं कि ऐसे किसी भी स्थल को निशाना बनाया जाएगा जिसका इस्तेमाल इस्लामी गणराज्य ईरान के खिलाफ किसी भी तरह की शत्रुतापूर्ण और हमलावर गतिविधि के लिए किया जाएगा।
3-हमें नहीं लगता कि यहूदी शासन इन अपराधों के लिए (जिम्मेदारी) किसी भी तरह अमेरिका से अलग है। 4-हम अमेरिकी लोगों को सलाह देते हैं कि वे और अधिक नुकसान तथा क्षेत्र में मौजूद अपने सैनिकों का जीवन बचाने के लिए अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाएं।