जापान में प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल चार उम्मीदवारों ने प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की
By भाषा | Updated: September 18, 2021 20:58 IST2021-09-18T20:58:53+5:302021-09-18T20:58:53+5:30

जापान में प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल चार उम्मीदवारों ने प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की
तोक्यो, 18 सितंबर (एपी) जापान की सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी का नेतृत्व करने और निवर्तमान प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा की जगह लेने की दौड़ में शामिल चार उम्मीदवारों ने शनिवार को अपनी पहली मुख्य बहस की। इस दौरान चीन, कोविड-19 उपायों, महामारी प्रभावित अर्थव्यवस्था और जलवायु परिवर्तन तथा ऊर्जा जैसे प्रमुख मुद्दों से निपटने की योजना पर चर्चा की गई।
मतदान 29 सितंबर को होगा। दावेदारों में टीकाकरण मंत्री तारो कोनो, पूर्व विदेश मंत्री फुमियो किशिदा शामिल हैं। साथ ही दो महिला उम्मीदवार भी हैं जिनमें आंतरिक मामलों की पूर्व मंत्री साने ताकाची और पूर्व लैंगिक समानता मंत्री सेको नोदा शामिल हैं।
तोक्यो में जापान नेशनल प्रेस क्लब में उम्मीदवारों ने प्रमुख नीतिगत मुद्दों पर अपने अपने विचार व्यक्त किये।
विदेश और रक्षा मंत्री के रूप में कार्य कर चुके कोनो ने कहा कि इस क्षेत्र में चीन की बढ़ती गतिविधि और ताइवान को लेकर बढ़ते तनाव के बीच संभावित संघर्ष से इंकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जापान अमेरिका के साथ अपने सुरक्षा गठबंधन का उपयोग करना चाहता है और बीजिंग को सैन्य कार्रवाई करने से रोकने के लिए यूरोप और अन्य लोकतंत्रों के साथ साझेदारी करना चाहता है।
किशिदा ने कहा कि ताइवान मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान के लिए शिखर सम्मेलन और उच्च स्तरीय संवाद महत्वपूर्ण हैं और बीजिंग के ‘‘सत्तावादी दृष्टिकोण’’ का मुकाबला करने के लिए समान विचारधारा वाले देशों के साथ काम करने की योजना है।
उत्तर कोरिया पर, किशिदा ने कहा कि वह कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण से जड़े कदमों पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ समन्वय करेंगे, जबकि उत्तर कोरियाई नेता के साथ बातचीत सहित अन्य रास्ते तलाशेंगे।
कोनो ने कहा कि वह जापान-अमेरिका सुरक्षा गठबंधन के तहत मिसाइल प्रतिरोध और खुफिया जानकारी जुटाने में तेजी लाएंगे। टीकाकरण मंत्री के रूप में, कोनो ने घर पर स्वस्थ होने वाले कोविड-19 रोगियों की स्थिति की निगरानी के लिए डिजिटल तकनीक के उपयोग का प्रस्ताव रखा, जबकि रोगियों का शीघ्र पता लगाने और उन्हें अलग करने के लिए त्वरित परीक्षण किट की शुरुआत पर बल दिया।
सामाजिक दूरी और अन्य उपायों का आह्वान करते हुए किशिदा ने स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को स्थिर करने के लिए एक भारी आर्थिक पैकेज का प्रस्ताव रखा।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।