दुनिया को दिखाई दिये पहले ब्लैक होल को दिया गया ये नाम, इसी हफ्ते सामने आई थी तस्वीर
By विनीत कुमार | Published: April 13, 2019 12:07 PM2019-04-13T12:07:00+5:302019-04-13T12:07:00+5:30
'पोवेही' की तस्वीर अंतरिक्ष विज्ञान में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इवेंट हॉरिजन टेलिस्कोप प्रोजोक्ट के जरिये इसकी तस्वीर खींचने की कोशिश में 200 से ज्यादा वैज्ञानिक जुटे थे।
दुनिया के सामने तस्वीरों के जरिये सामने आए पहले ब्लैक होल को 'पोवेही' (Powehi) नाम दिया गया है। हवाई के प्रोफेसर लैरी किमुरा ने यह नाम दिया है। लैरी भी उन्हीं वैज्ञानिकों की टीम में शामिल थे जो ब्लैक होल की तस्वीर लेने के प्रोजेक्ट में जुटी थी। इस 'ब्लैक होल' की तस्वीर को इसी हफ्ते बुधवार को सार्वजनिक किया गया था। यह 'ब्लैक होल' एक मैसियर-87 नाम के आकाशगंगा के मध्य में स्थित है और करीब 5.4 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर है।
अमेरिकी न्यूज चैनल सीएनएन के अनुसार दरअसल, 'पोवेही' हवाई का एक मुहावरा है जिसका जिक्र 'कुमुलिपो' में मिलता है। 'कुमुलिपो' एक तरह का 18वीं सदी का धार्मिक गीत है जिसमें सृजन की एक कहानी का उल्लेख है। इस धार्मिक गीत के दो शब्द 'पो' और 'वेही' का इसमें इस्तेमाल किया गया है। 'पो' का मतलब 'एक अंधेरा स्रोत' है जो कभी भी खत्म नहीं होने वाला सृजन है जबकि 'वेही' सृजन के कई तरीकों में से एक है जिसका जिक्र इस गीत में किया गया है।
इस ब्लैक होले के नाम रखे जाने पर यूनिवर्सिटी ऑफ हवाई के प्रोफेसर किमुरा ने कहा, 'एक हवाई नागरिक होने के तौर पर यह शानदार है कि हम इससे अपने जुड़ाव को स्थापित कर सके। हमने कुमुलिपो में मौजूद 2102 लाइनों से इसे जोड़ा और अपनी प्रचीन परंपरा को सामने लाने में कामयाब रहे।'
बता दें कि 'पोवेही' की तस्वीर अंतरिक्ष विज्ञान में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इवेंट हॉरिजन टेलिस्कोप प्रोजोक्ट के जरिये इसकी तस्वीर खींचने की कोशिश में 200 से ज्यादा वैज्ञानिक जुटे थे। इस परियोजना को करीब एक दशक पहले शुरू किया गया था। इसे दुनिया भर में आठ दूरबीनों के नेटवर्क द्वारा खींचा गया है।