Fact Check: बाइडन का वैदिक मंत्रों के साथ व्हाइट हाउस में हुआ स्वागत?, जानें वायरल वीडियो की सच्चाई
By अनुराग आनंद | Updated: November 20, 2020 10:38 IST2020-11-20T10:32:49+5:302020-11-20T10:38:52+5:30
सोशल मीडिया पर इस वीडियो को साझा कर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि जो बाइडन का वैदिक मंत्रों के साथ व्हाइट हाउस में स्वागत किया गया है।

व्हाइट हाउस (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडन की जीत के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर व्हाइट हाउस का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वैदिक मंत्रों के उच्चारण करते हुए लोगों को देखा जा सकता है।
सोशल मीडिया पर इस वीडियो को साझा कर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि जो बाइडन का वैदिक मंत्रों के साथ व्हाइट हाउस में स्वागत किया गया है।
यूजर ने वीडियो के कैप्शन में लिखा है कि न्यू अमेरिकन प्रेसिडेंट जो बाइडन के व्हाइट हाउस में प्रवेश करने के पहले ही दिन देशवासियों की भलाई के लिए और विश्व के सर्वशक्तिमान बनाने के लिए वैदिक मंत्रों के साथ स्वागत किया गया।
क्या है वीडियो की सच्चाई?
बता दें कि वीडियो का बारीकी से अवलोकन करते हुए हमने पाया कि वीडियो में देखा जा सकता है कि वैदिक मंत्रों का पाठ करते हुए दो व्यक्ति को देखा जा सकता है। इसके बाद हमने इंटरनेट पर सर्च करने और रिवर्स इमेज खोज करने पर पाया कि एक फेसबुक अकाउंट द्वारा 14 अक्टूबर 2014 को यह वीडियो अपलोड किया गया है। इस वीडियो को यहां क्लिक कर देख सकते हैं। इस संबंध में यहां पढ़ें।
वीडियो के कैप्शन से समझा जा सकता है कि जेफरी एर्हार्ड और रोबी एर्हार्ड ने चौथे वार्षिक हिंदू अमेरिकी सेवा समुदाय सम्मेलन की शुरुआत के दौरान वैदिक मंत्रों का उच्चारण किया है। आगे इस वीडियो के बारे में सर्च करने पर हमने पाया कि एक यूट्यूब चैनल अमेरिकी और भारतीय हिंदुओं के संगठन (एचएएससी) पर यही वीडियो अपलोड किया गया है।
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि "हिंदू अमेरिकन सेवा समुदाय" एक सफेद बैनर पर लिखा हुआ है। वीडियो पर लिखा गया पाठ यह भी पुष्टि करता है कि यह कार्यक्रम 2 अक्टूबर 2014 को एचएएससी द्वारा आयोजित किया गया था।
वीडियो का निष्कर्ष क्या है?
इस तरह साफ हो गया है कि सोशल मीडिया पर साझा हो रहे इस वीडियो का जो बाइडन की जीत के बाद से कोई लेनादेना नहीं है। यह वीडियो 6 साल पहले का है। इस तरह इस वीडियो को साझा करने के दौरान हाल में किया गया दावा गलत है।