लाइव न्यूज़ :

इस्लामिक स्टेट को शिकस्त देने का दावा करने के बाद इराक में पहली बार शुरू हुआ चुनाव

By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: May 12, 2018 12:49 IST

इराक में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट को पूरी तरह से नेस्तानाबूद करने की घोषणा के बाद पहली बार हो रहे संसदीय चुनाव के लिए शनिवार को मतदान शुरू हो गया।

Open in App

बगदाद, 12 मई। इराक में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट को पूरी तरह से नेस्तानाबूद करने की घोषणा के बाद पहली बार हो रहे संसदीय चुनाव के लिए शनिवार को मतदान शुरू हो गया। हिंसा प्रभावित इस देश में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान केन्द्रों को खोला गया।

यहां वैसे तो हिंसा की घटनाओं में गिरावट आई है लेकिन जिहादी अभी भी खुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बने हुए हैं। निवर्तमान प्रधानमंत्री हैदर अल अब्दी दोबारा सत्ता में आने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।

2014 में जब उन्होंने देश की बागडोर संभाली थी उस वक्त आईएस पूरी तरह देश में पैर पसार चुका था और इसे शिकस्त देने का लाभ वह इन चुनावों में लेना चाहते हैं। एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि नौ लाख पुलिसकर्मियों तथा सैनिकों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

हवाईअड्डों तथा सीमाओं को एक दिन के लिए बंद किया गया है। मतदान केन्द्र शाम छह बजे तक खुले रहेंगे तथा प्रारंभिक परिणाम तीन दिन में आने की उम्मीद है।

टॅग्स :इराकआईएसआईएस
Open in App

संबंधित खबरें

भारतChhattisgarh: पाकिस्तान स्थित ISIS मॉड्यूल से कनेक्शन के आरोप में 2 नाबालिग हिरासत में, रायपुर में ATS ने की बड़ी कार्रवाई

विश्वISIS ने नाइजीरियाई ब्रिगेडियर जनरल की हत्या का किया दावा, सेना ने किया इनकार

विश्वइजराइल-हमास जंगः गाजा का खून कब तक बहता रहेगा?

भारतISIS की साजिश भारत में नाकाम, दिल्ली पुलिस और झारखंड ATS ने रांची से 2 आतंकियों को दबौचा

कारोबारराष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ से बेफ्रिक भारत?, अगस्त में अब तक रूस से प्रतिदिन 20 लाख बैरल तेल खरीदा, पीएम मोदी ने दे रहे अमेरिका को झटका

विश्व अधिक खबरें

विश्वFrance: क्रिसमस इवेंट के दौरान ग्वाडेलोप में हादसा, भीड़ पर चढ़ी कार; 10 की मौत

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए