Climate change: डोनाल्ड ट्रंप ने कहा- 'क्लाइमेट चेंज के बारे में विज्ञान को कुछ नहीं मालूम, मुझे पता है'
By विनीत कुमार | Updated: September 15, 2020 08:58 IST2020-09-15T08:58:19+5:302020-09-15T08:58:19+5:30
डोनाल्ड ट्रंप ने कैलिफोर्निया सहित अमेरिका के कुछ राज्यों के जगलों में लगी आग के लिए जलवुया परिवर्तन की थ्योरी को खारिज करते हुए कहा है कि विज्ञान को क्लाइमेंट के बारे में कुछ नहीं पता है।

क्लाइमेट चेंज के बारे में विज्ञान को कुछ नहीं मालूम: डोनाल्ड ट्रंप (फाइल फोटो)
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वैज्ञानिकों द्वारा जलवायु परिवर्तन को लेकर की जा रही निगरानी पर संदेह जताते हुए कहा है कि जल्द ही इसमें बदलाव होगा और ये ठंडा होगा। ट्रंप ने साथ ही कहा कि उन्हें नहीं लगता कि विज्ञान को इस बारे में कुछ पता है।
दरअसल, ट्रंप का ये बयान कैलिफोर्निया के सेक्रेटरी वेड क्रोफूट से एक संवाद के दौरान आया। क्रोफूट ने कहा, 'हम जलवायु में हो रहे परिवर्तन की पहचान के लिए आपके साथ और असल में विज्ञान के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं। विज्ञान इस पूरे मुद्दे पर अहम कड़ी है। अगर हम विज्ञान को नजरअंदाज करते हैं तो ये अपने सिर को रेत में छिपाने जैसा होगा। हम कैलिफोर्निया के लोगों को सुरक्षित रखने में कामयाब नहीं होंगे।'
इस पर जवाब देते हुए ट्रंप ने कहा, 'ये ठंडा होने लगेगा, आप देखते जाइए।' ट्रंप के ये कहने पर क्रोफूट ने फिर कहा, 'मेरी इच्छा है कि विज्ञान भी आपसे सहमत हो।' अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसके बाद फिर जवाब दिया, 'मुझे नहीं लगता कि विज्ञान को इस बारे में कुछ पता भी है।'
वहीं, कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के बयानों से असहमति हो सकती है, लेकिन क्लाइमेट चेंज की सच्चाई को नजरंदाज नहीं किया जा सकता।
अमेरिका के जंगलों में आग बड़ी समस्या
गौरतलब है कि अमेरिका के जंगलों में आग इन दिनों बड़ी समस्या बनी हुई है। अमेरिका के दक्षिणी ओरेगन में भीषण आग लगने से कई लोगों के लापता होने की खबर के बीच जंगल में लगी आग के कारण कैलिफोर्निया से लेकर वाशिंगटन तक कम से कम 35 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
कैलिफोर्निया में 24 लोगों और वाशिंगटन में एक व्यक्ति की मौत हुई है। इन सभी तीन राज्यों के डेमोक्रेटिक गवर्नर ने जलवायु परिवर्तन को इस भीषण आग के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
ट्रंप ने जगलों में लगी आग के लिए खराब प्रबंधन को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा, 'जब पेड़ गिरते हैं तो कुछ दिनों बाद वे काफी सूख जाते हैं। ये एक माचिस की तिली जैसे हो जाते हैं और वे कभी भी जल सकते हैं। ऐसा ही पत्तों के साथ है वे भी आग के लिए ईंधन का काम करते हैं।'