अवैध शिकार किये जाने का वीडियो पोस्ट करने वाले पाक रिपोर्टर की हत्या की जांच की मांग
By भाषा | Updated: November 7, 2021 20:38 IST2021-11-07T20:38:41+5:302021-11-07T20:38:41+5:30

अवैध शिकार किये जाने का वीडियो पोस्ट करने वाले पाक रिपोर्टर की हत्या की जांच की मांग
इस्लामाबाद, सात नवंबर एक अंतरराष्ट्रीय मीडिया वाचडॉग ने कराची के एक शौकिया वीडियो रिपोर्टर की हत्या की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच की मांग की, जिसने पाकिस्तान में अरब के गणमान्य व्यक्तियों द्वारा लुप्तप्राय होबारा बस्टर्ड के अवैध शिकार के बारे में वीडियो क्लिप साझा किया था ।
कराची के मलिर इलाके के रहने वाले नाजिम जोखियो की बुधवार को एक वीडियो पोस्ट करने के बाद हत्या कर दी गई, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें पाकिस्तान में अमीर अरबों की अवैध शिकार यात्राओं के बारे में पोस्ट किए गए वीडियो के बारे में धमकियां मिल रही हैं।
जोखियो ने वीडियो में कहा, ‘‘मुझे डर नहीं है। मुझे धमकियां मिल रही हैं और मैं माफी नहीं मांगूंगा ।’’
वीडियो क्लिप समाप्त हो जाती है, जब एक व्यक्ति कैमरे के पास आता है, जो इसे पकड़ लेता है और उसे धमकी देता है।
पुलिस अधिकारी खालिद अब्बासी ने कहा कि वीडियो क्लिप पोस्ट किये जाने के कुछ ही घंटे बाद जोखियो का शव तीन नवंबर को बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि सिंध प्रांत के जाम गोथ में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सांसद जाम अवैस के फार्महाउस के पास से शव की बरामदगी की गयी ।
रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (आरएसएफ) ने शुक्रवार को जारी एक बयान में हत्या की स्वतंत्र जांच की मांग करते हुए कहा कि दोषियों की पहचान की जानी चाहिए और उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।
जोखियो के भाई अफजल ने आरोप लगाया है कि इस हत्या में अवैस शामिल हैं, क्योंकि अरब उनके मेहमान थे और इसी बात से वह नाराज थे ।
कराची के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग पर जोखियो समुदाय के लोग धरने पर बैठे और प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज किया ।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों द्वारा दबाव बनाए जाने के बाद, अवैस ने बृहस्पतिवार को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और जांच का हिस्सा बनने की पेशकश की ।
जोखियो की मौत द इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ जर्नलिस्ट्स की सूची की याद दिलाती है, जो दुनिया में पत्रकारिता के लिए पाकिस्तान को शीर्ष पांच सबसे खतरनाक देशों में रखती है।
लुप्तप्राय हुबारा बस्टर्ड का शिकार पाकिस्तान में प्रतिबंधित है। लेकिन विदेश नीति के उपायों के हिस्से के रूप में, अमीर अरब गणमान्य व्यक्तियों के लिए इसे अपवाद बनाया गया है। वे इसके मांस को कामोत्तेजक मानते हैं।
इस प्रकरण की काफी आलोचना हुई है, लेकिन पाकिस्तान में पिछले कुछ समय से अवैध शिकार की प्रथा बेरोकटोक चल रही है। 2014 में, बलूचिस्तान प्रांत में 21 दिनों के शिकार अभियान के दौरान सऊदी अरब के शाहजादे फहद बिन सुल्तान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद के 2,100 से अधिक हुबारा बस्टर्ड का शिकार करने के बाद हंगामा हुआ था।
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