म्यांमार के यांगून में कर्फ्यू तोड़ कई लोग सड़कों पर उतरे, प्रदर्शन जारी, सेना ने लगाया पांच मीडिया संस्थानों पर प्रतिबंध

By भाषा | Updated: March 9, 2021 10:53 IST2021-03-09T10:34:35+5:302021-03-09T10:53:06+5:30

म्यांमार में सेना द्वारा तख्तापलट किए जाने के बाद लगातार देश में प्रदर्शन जारी है। इस बीच सेना ने कई मीडिया संस्थानों पर बैन लगा दिया है।

Curfew broke by people in Myanmar; government imposes ban on five media institutions | म्यांमार के यांगून में कर्फ्यू तोड़ कई लोग सड़कों पर उतरे, प्रदर्शन जारी, सेना ने लगाया पांच मीडिया संस्थानों पर प्रतिबंध

म्यांमार में तख्तापलट के खिलाफ प्रदर्शन जारी (फाइल फोटो)

Highlightsम्यांमार में लोगों और सेना के बीच टकराव जारी, कई लोग कफ्यू तोड़ सड़क पर उतरेपिछले महीने सेना ने किया था तख्तापलट, इसके बाद से हो रहे हैं लगातार प्रदर्शनम्यांमार में सेना ने सोमवार को पांच मीडिया संस्थानों के लाइसेंस भी रद्द कर दिए

यांगून: म्यांमार में सुरक्षा बलों द्वारा हिरासत में लिए गए लगभग 200 छात्रों के समर्थन में देश के सबसे बड़े शहर यांगून में सोमवार को प्रदर्शन किया गया और लोगों ने रात आठ बजे लगे कर्फ्यू का उल्लंघन किया। म्यांमार की सेना ने इन प्रदर्शनों की कवरेज करने को लेकर पांच मीडिया संस्थानों पर प्रतिबंध लगा दिया।

आंग सान सू ची की चुनी हुई सरकार को पिछले महीने हटाकर सेना द्वारा किए तख्तापलट के विरोध में हर दिन म्यांमार के नागरिक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

सैन्य सरकार ने इसके मीडिया कवरेज पर भी कड़ा प्रतिबंध लगा दिया है और पांच स्थानीय मीडिया संस्थानों- मिज्जिमा, डीवीबी खित थित मीडिया, म्यांमा नाउ और सेवन डे न्यूज के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं।

सरकारी चैनल एमआरटीवी पर कहा गया, “इन मीडिया कंपनियों को किसी भी मंच या तकनीक से प्रसारण करने की अनुमति नहीं है।”

गौरतलब है कि ये पांच मीडिया संस्थान प्रदर्शन से संबंधित समाचारों और घटनाओं का सीधा प्रसारण कर रहे थे।प्रतिबंध लगाने से पहले ‘म्यांमार नाउ’ के कार्यालय पर सोमवार को छापेमारी की गई थी।

सरकार ने तख्तापलट के बाद दर्जनों पत्रकारों को हिरासत में लिया है जिनमें म्यांमार नाउ के संवाददाता और एसोसिएटेड प्रेस के थिन जौ शामिल हैं। इन पर अशांति फैलाने का आरोप है जिसके लिए तीन साल जेल की सजा हो सकती है।

पुलिस ने यांगून के पड़ोस में स्थित सानचौंग में घेराबंदी कर घर-घर तलाशी अभियान चलाया, जिसके बाद रात में प्रदर्शन शुरू हुआ। माना जा रहा है कि सुरक्षा बलों की नजर से बचकर कुछ लोगों के घरों के छिपे व्यक्तियों की तलाश के करने के लिए पुलिस ने अभियान चलाया।

सोशल मीडिया पर यह बातें तेजी से फैलीं, जिसके बाद लोग प्रदर्शनकारियों के समर्थन में सड़कों पर उतर आए। इंसीन जिले में लोगों ने सड़कों पर गीत गाते हुए और नारे लगाकर लोकतंत्र की बहाली के लिए प्रदर्शन किया।

म्यांमार के समयानुसार आधी रात तक पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प की कोई घटना होने की खबर नहीं मिली, हालांकि सुरक्षा बलों ने भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास किया, खिड़की से देख रहे लोगों को फटकारा और स्टन ग्रेनेड का इस्तेमाल किया। कुछ जगहों पर रबर की गोलियां चलने की भी खबरें मिली हैं जिनसे लोग घायल हुए।

Web Title: Curfew broke by people in Myanmar; government imposes ban on five media institutions

विश्व से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे