Coronavirus: माइक पोम्पिओ ने कहा- जी7 देशों ने इस पर सहमति जतायी कि चीन ‘गलत सूचना’ फैला रहा है
By भाषा | Published: March 26, 2020 05:55 AM2020-03-26T05:55:10+5:302020-03-26T05:55:10+5:30
वीडियो कांफ्रेंस के जरिये वार्ता के बाद पोम्पिओ ने पत्रकारों से कहा, ‘‘आज सुबह हुई बैठक में शामिल देशों में से हरेक को इस गलत सूचना अभियान के बारे में पूरी जानकारी थी और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी, वास्तव में जो कुछ हुआ है, उससे ध्यान हटाने का प्रयास कर रही है।’’
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि सात औद्योगिक शक्तियों के समूह के विदेश मंत्रियों ने बुधवार को इस बात पर सहमति व्यक्त कि चीनकोरोना वायरस महामारी के बारे में एक ‘‘गलत सूचना’’ अभियान चला रहा है।
वीडियो कांफ्रेंस के जरिये वार्ता के बाद पोम्पिओ ने पत्रकारों से कहा, ‘‘आज सुबह हुई बैठक में शामिल देशों में से हरेक को इस गलत सूचना अभियान के बारे में पूरी जानकारी थी और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी, वास्तव में जो कुछ हुआ है, उससे ध्यान हटाने का प्रयास कर रही है।’’
वहीं, चीन ने बुधवार को कहा कि उसने ना तो कोरोना वायरस को तैयार किया ना ही जानबूझकर इसे प्रसारित किया और इसे ‘चीनी वायरस’ या ‘वुहान वायरस’ कहना गलत है।
चीनी दूतावास के प्रवक्ता जी रोंग ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चीनी लोगों को गलत तरीके से देखने के बजाए महामारी से निपटने के लिए चीन सरकार के त्वरित कदम पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
बीमारी से मुकाबले के प्रयासों में भारत और चीन के बीच सहयोग पर जी ने कहा कि दोनों देशों के बीच संवाद कायम है और मुश्किल घड़ी में महामारी से निपटने के लिए एक दूसरे की सहायता की है।
उन्होंने कहा कि भारत ने चीन को चिकित्सा आपूर्ति प्रदान की और विभिन्न तरीके से सहयोग दिया। जी ने कहा ‘‘हम इसकी सराहना करते हैं और शुक्रिया अदा करते हैं।’’
उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि चीन और वुहान को वायरस से जोड़ना गलत है। जो लोग चीन के प्रयासों को कम करके आंक रहे हैं वो लोग स्वास्थ्य और मानवता की सुरक्षा में चीनी लोगों के बलिदान को नजरअंदाज कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह सही है कि चीन के वुहान शहर में बीमारी का पहला मामला सामने आया लेकिन कोई प्रमाण नहीं है कि चीन वायरस का स्रोत है जिसके कारण यह महामारी फैली ।