चीन: शी जिनपिंग माओत्से तुंग के बाद उभरे सबसे बड़ी ताकत बनकर, लगातार तीसरी बार मिली कम्युनिस्ट पार्टी की कमान
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: October 23, 2022 10:33 AM2022-10-23T10:33:21+5:302022-10-23T10:36:52+5:30
चीन में हफ्ते भर चली कम्युनिस्ट कांग्रेस की बैठक के बाद ऐलान किया गया कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग को बतौर महासचिव लगातार तीसरा कार्यकाल दिया जा रहा है।
बीजिंग: माओत्से तुंग के बाद शी जिनपिंगचीन के राजनैतिक इतिहास में सबसे सशक्त नेता बन गये हैं। कम्युनिस्ट पार्टी ने रविवार को औपचारिक रूप से ऐलान किया कि शी जिनपिंग को पांच साल के लिए पार्टी का महासचिव चुन लिया गया है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का बतौर महासचिव यह ऐतिहासिक तौर से लगातार तीसरा कार्यकाल होगा।
शनिवार को खत्म हुई हफ्ते भर से चलने वाली कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस की बैठक के दौरान शी ने सत्ता पर अपनी मजबूत पकड़ को लगातार बनाये रखा। पार्टी में शी जिनपिंग के वफादारों के समूह ने मजबूती से उनका महासचिव पद के लिए तीसरी बार चुने जाने का समर्थन किया।
कम्युनिस्ट कांग्रेस के इस चुनाव में चीन को भविष्य की मजबूती प्रदान करने के लिए शी की राजनीतिक रूप से शक्तिशाली बनाने के लिए संविधान में किये गये बदलाव को भी मंजूरी प्रदान की गई।
इस संबंध में चीनी राज्य मीडिया ने कहा कि शी जिनपिंग को कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव के साथ-साथ चीन के केंद्रीय सैन्य आयोग के प्रमुख के रूप में भी नियुक्त किया गया है।
कांग्रेस की बैठक के बाद शी जिनपिंग ने बीजिंग के ग्रेट हॉल ऑफ द पीपल में पत्रकारों से कहा, "आपने हम पर जो भरोसा जताया है, उसके लिए मैं पूरी पार्टी का तहे दिल से शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। हमारी पार्टी और हमारे लोगों के महान विश्वास के योग्य खरे उतरने के लिए मैं अपने कर्तव्यों के प्रति बेहद लगन से काम करने का वादा करता हूं।"
जानकारी के मुताबिक आगामी मार्च में होने वाली वार्षिक विधायी सत्र में शी जिनपिंग को अब तीसरा बार चीन का राष्ट्रपति पद दिया जाना लगभग तय हो गया है। साल 2018 में उन्होंने राष्ट्रपति की दो-अवधि को सफलतापूर्वक पूरा किया था। अब फिर से पार्टी का महासचिव चुने जाने के बाद 69 साल के शी जिनपिंग के प्रति संभावना जताई जा ही है कि वो जीवन भर सत्ता में बने रहने की कोशिश करेंगे।
कम्युनिस्ट कांग्रेस के प्रतिनिधियों ने 205 पार्टी अधिकारियों की एक नई केंद्रीय समिति को भी चुना। जिसमें केवल 11 महिलाओं को समिति में नामित किया गया था। केंद्रीय समिति के सदस्यों ने सर्वोच्च पोलित ब्यूरो स्थायी समिति का चुनाव किया, जिसका नेतृत्व एक बार फिर शी जिनपिंग करेंगे।