चीन ने अल-जवाहिरी की मौत के बहाने साधा अमेरिका पर निशाना, कहा, 'आतंक विरोधी अभियानों में दोहरा मापदंड नहीं होना चाहिए'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 2, 2022 08:38 PM2022-08-02T20:38:41+5:302022-08-02T20:47:15+5:30
चीन ने अमेरिका द्वारा अल-कायदा प्रमुख अल-जवाहिरी के मारे जाने पर कहा कि चीन आतंकविरोधी अभियानों का पूर्ण समर्थक है लेकिन इसे किसी दूसरे देश की संप्रभुता की कीमत पर नहीं किया जाना चाहिए।

फाइल फोटो
बीजिंग:अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए के ऑपरेशन में मारे गये अल-कायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी के संबंध में चीन ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विश्व से सभी देश आतंक विरोधी हैं लेकिन आतंक विरोधी अभियानों में दोहरा मानक नहीं अपनाया जाना चाहिए।
मंगलवार की सुबह अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने जैसे अल-जवाहिरी के मारे जाने की घोषणा की, पूरी दुनिया से इस मामले में प्रतिक्रियाएं आने लगी। उसी क्रम में चीन की आयी प्रतिक्रिया में उसने अमेरिका पर ही निशाना साधा। दरअसल चीन-अमेरिका के बीच में नैन्सी पेलोसी की संभावित ताइवान यात्रा को लेकर काफी गंभीर गतिरोध चल रहा है।
इस बीच अफगानिस्तान के काबुल में अमेरिक ने गुप्त मिशन के जरिये अल-कायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी को एक ड्रोन हमले में मार गिराया। जिसके बाद चीन ने आतंकवाद विरोधी अभियान का समर्थन तो किया लेकिन साथ में उसने आतंकवाद विरोधी अभियानों में "दोहरे मानकों" और अन्य देशों की "संप्रभुता" का मुद्दा उठाकर अमेरिका को निशाने पर भी ले लिया।
सीआईए ऑपरेशन में अल-जवाहिरी के मारे जाने के विषय में बात करते हुए चीन के सहायक विदेश मंत्री हुआ चुनयिंग ने बीजिंग में पत्रकारों से कहा, "हमने अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के इस ऑपरेशन से संबंधित रिपोर्टों को देखा है।"
सहायक विदेश मंत्री हुआ ने कहा, "आतंकवाद के मुद्दे पर चीन वैश्विक पटल पर हमेशा मजबूती से खड़ा रहा है। चीन ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद को खत्म करने के लिए कई आतंक विरोधी अभियानों में सक्रिय रूप से अपनी भूमिका निभाई है।"
लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा, "लेकिन चीन का स्पष्ट मानना है कि आतंकवाद से निपटने के लिए विश्व के देशों का दोहरा मापदंड नहीं होना चाहिए और सभी देशों को सभी प्रकार के आतंकवाद से लड़ने के लिए एकजुट रहना चाहिए।"
इसके साथ ही चीनी सहायक विदेश मंत्री ने कहा, "चीन आतंकविरोधी अभियानों का पूर्ण समर्थक है लेकिन इसे किसी दूसरे देश की संप्रभुता की कीमत पर नहीं किया जाना चाहिए।"
मालूम हो कि आज तड़के सुबह अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने प्रेस के सामने घोषणा की कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए ने अफगानिस्तान के काबुल में एक गुप्त ऑपरेशन के तहत अल-कायदा प्रमुख अल-जवाहिरी को ड्रोन हमले में मार गिराया है।
बाइडेन ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि शनिवार की शाम काबुल में यह हमला हुआ, जिसमें अल-जवाहिरी मारा गया। सीआईए ने जिस घर पर ड्रोन हमला किया, वहां अल-जवाहिरी अपने परिवार के साथ छुपकर रह रहा था।
71 साल का अल-जवाहिरी पेशे से आंखों का डॉक्टर था। मूलतः मिस्र का रहना वाला अल-जवाहिरी पाकिस्तान के एबटाबाद में अमेरिका के गुप्त ऑपरेशन में मारे गये पूर्व अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के बाद इस आतंकी संगठन का मुखिया बना था। अमेरिका की मोस्ट वांटेड सूची में शामिल प्रमुख आतंकी के तौर पर अल-जवाहिरी के सिर पर 25 मिलियन अमेरीकी डालर का इनाम था। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)