PM मोदी, राष्ट्रपति और CJI सहित 10 हजार भारतीयों की जासूसी कर रहा है चीन
By स्वाति सिंह | Published: September 14, 2020 08:35 AM2020-09-14T08:35:44+5:302020-09-14T08:35:44+5:30
हाल ही में भारत से एक चीनी नागरिक भी गिरफ्तार हुआ था, जो भारत में रहकर हवाला का काम करने के अलावा कुछ जरूरी जानकारी भी अपने देश में वापस भेजता था। वहीं, भारत सरकार ने डेटा चोरी और सुरक्षा में खतरे को देखते हुए करीब सौ से अधिक चीनी मोबाइल ऐप पर बैन लगा दिया था, जो इस तरह का डेटा कलेक्ट करती थीं।
नई दिल्ली: भारत में चीन की जासूसी को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। चीन एलएसी के साथ-साथ डिजिटल पलेटफॉर्म पर भी भारत के खिलाफ साजिश रच रहा है। इसके तहत प्रधानमंत्री से लेकर केंद्रीय मंत्री तक, मुख्यमंत्री से लेकर सेना के अफसर तक और बड़े अफसरों से लेकर बिजनेसमैन तक हर कोई उसके निशाने पर है।
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, चीन भारत में बड़े संवेधानिक पदों पर बैठे राजनेताओं और सामरिक पदों पर बैठे अधिकारियों की जासूसी कर रहा है। अखबार ने दावा किया है कि चाइनीज कंपनी शेनजान भारत में करीब दस हजार लोगों की निगरानी करती है। इस कंपनी का चीन की सरकार और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से सीधा संबंध है। इस चीनी कंपनी की करीब दस हजार भारतीयों पर नजर है, जिसमें प्रधानमंत्री से लेकर एक मेयर तक शामिल है।
देश के कई बड़े-बड़े लोगों के नाम शामिल
झेनझुआ डेटा इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी कंपनी लिमिटेड की ओर से जिन भारतीयों पर नज़र रखी जा रही है, उनमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, गांधी परिवार, ममता बनर्जी, उद्धव ठाकरे, नवीन पटनायक जैसे बड़े नेता, राजनाथ सिंह-पीयूष गोयल जैसे केंद्रीय मंत्री, CDS बिपिन रावत समेत कई बड़े सेना के अफसर शामिल हैं। खुलासा हुआ है कि चीन करीब 1350 लोगों की जासूसी कर रहा है। नेताओं के अलावा सचिन तेंदुलकर जैसे खिलाड़ी, गौतम अडानी जैसे बिजनेसमैन, फिल्म डायरेक्टर श्याम बेनेगल, सोनल मानसिंह, राधे मां जैसी हस्तियों पर भी चीन की नजर है।
चीनी सरकार के साथ मिली है कंपनी
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस पूरी जांच के लिए झेनझुआ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी फर्म ने चीनी सरकार और कम्युनिस्ट पार्टी के साथ मिलकर ओवरसीज़ का इन्फॉर्मेशन डाटा बेस बनाया है, जिसके तहत इस मिशन का पूरा काम होता है। कंपनी की ओर से कलेक्ट किए जा रहे इस डाटा को चीनी कंपनियां हाइब्रेड वॉर का नाम देती हैं, जो किसी के बारे में जानकारी जुटाने को मिशन बना देती हैं। एक तरफ जहां चीन LAC पर भारत में घुसपैठ कर युद्ध के लिए उकसाना चाह रहा है, दूसरी ओर इस तरह बड़े नेताओं से लेकर अफसरों तक पर नज़र बनाए हुए है।
इन लोगों पर जासूसी कर रहा है चीन
वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह
कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी
सीडीएस बिपिन रावत
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एसए बोबडे
24 मुख्यमंत्री
16 पूर्व मुख्यमंत्री
350 सांसद
70 मेयर