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चीन ने शिनजियांग में उइगुर महिलाओं से यौन प्रताड़ना पर बीबीसी की रिपोर्ट की आलोचना की

By भाषा | Updated: February 5, 2021 23:00 IST

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(के जे एम वर्मा)

बीजिंग, पांच फरवरी चीन ने शिनजियांग क्षेत्र में उइगुर और अन्य मुस्लिमों के लिए बनाए गए शिविरों में महिलाओं से कथित सामूहिक बलात्कार और उत्पीड़न पर खबर के लिए ब्रिटिश प्रसारक बीबीसी की आलोचना की। चीन ने ब्रिटेन में अपने सरकारी प्रसारक सीजीटीएन का लाइसेंस रद्द किए जाने की भी निंदा की।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने जासूसी के आरोपों पर तीन चीनी पत्रकारों को निष्कासित किए जाने के ब्रिटेन के कदम पर भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।

‘डेली टेलीग्राफ’ अखबार के मुताबिक, ब्रिटेन ने पत्रकार के नाम पर पिछले साल जासूसी करने वाले तीन चीनी नागरिकों को निष्कासित कर दिया है। अखबार में बृहस्पतिवार को आयी खबर के मुताबिक तीनों बीजिंग के सुरक्षा मंत्रालय के लिए खुफिया अधिकारी के तौर पर काम कर रहे थे।

चीन सरकार के नियंत्रण वाले प्रसारक चाइना ग्लोबल टेलीविजन नेटवर्क (सीजीटीएन) का प्रसारण लाइसेंस बृहस्पतिवार को रद्द कर दिया गया। मीडिया निगरानी संस्था ‘ऑफकॉम’ ने पाया कि इस समाचार चैनल पर मूल रूप से सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना का नियंत्रण है।

बीबीसी की वीडियो रिपोर्ट में शिनजियांग में विशेष शिविरों में उइगुर मुस्लिम महिलाओं से सुनियोजित तरीके से दुष्कर्म और प्रताड़ना के आरोप लगाए गए। रिपोर्ट में एक पीड़िता ने कहा कि महिलाओं को हर रात शिविरों से बाहर निकाल कर नकाबपोश चीनी लोग दुष्कर्म करते हैं।

चीन के विदेश मंत्रालय ने आरोपों से इनकार करते हुए बीबीसी पर फर्जी खबर देने का आरोप लगाया। प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि महिलाओं से यौन उत्पीड़न की घटनाएं नहीं हुई।

बीबीसी की वेबसाइट पर आयी रिपोर्ट के मुताबिक रिहा होने के बाद क्षेत्र से भागकर अब अमेरिका में रह रहीं एक महिला ने कहा कि उन्हें कई बार प्रताड़ित किया गया और सामूहिक दुष्कर्म का सामना करना पड़ा।

शिनजियांग की एक महिला पर रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्हें निर्वस्त्र किया गया और उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया।

शिनजियांग में चीन की नीतियों के बारे में जानकार एड्रियन जेंस ने कहा,‘‘अत्याचार शुरू होने के बाद से मैंने सबसे खौफनाक सबूत देखे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यौन उत्पीड़न और प्रताड़ना के बारे में विस्तृत साक्ष्य दिए गए हैं। हमें जितना अंदाजा था यह उससे भी भयंकर है।’’

अमेरिका की सरकार ने कहा कि चीनी शिविरों में उइगुर महिलाओं पर सुनियोजित तरीके से प्रताड़ना को लेकर बीबीसी की रिपोर्ट से वह बहुत परेशान है। अमेरिकी सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इन अत्याचारों ने हमारी अंतरात्मा को झकझोर दिया और गुनाह करने वालों को सजा मिलनी चाहिए।’’

ब्रिटेन सरकार के एक मंत्री निगेल एडम्स ने कहा कि रिपोर्ट से साफ पता चलता है कि यह राक्षसी कृत्य है। ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री मेरिस पेन ने भी रिपोर्ट पर कहा कि संयुक्त राष्ट्र को क्षेत्र तक तुरंत पहुंच बनानी चाहिए।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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