चीन में कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट से बढ़े संक्रमण के मामले, सरकार ने शुरू की फिर से लॉकडाउन की तैयारी
By अभिषेक पारीक | Updated: August 5, 2021 17:48 IST2021-08-05T17:38:21+5:302021-08-05T17:48:58+5:30
चीन में कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप का प्रकोप बढ़ता दिख रहा है जिसके चलते नेताओं को शहरों को बंद करने की रणनीति फिर से अपनानी पड़ रही है।

प्रतीकात्मक तस्वीर
चीन में कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप का प्रकोप बढ़ता दिख रहा है जिसके चलते नेताओं को शहरों को बंद करने की रणनीति फिर से अपनानी पड़ रही है। कोरोना वायरस के अत्यधिक संक्रामक डेल्टा स्वरूप के मामले बढ़ने के कारण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और दुनिया की अन्य जगहों पर पाबंदियों को फिर से लगाया जा रहा है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग की सरकार पिछले साल वुहान में कोरोना वायरस के मामले चरम पर पहुंचने के बाद वायरस के अब तक के सबसे गंभीर प्रकोप से जूझ रही है।
सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी चीन में ‘बंद’ की रणनीति को फिर से अपना रही है। 15 लाख की आबादी वाले शहर में आवाजाही को बंद कर दिया गया है, उड़ानों को रद्द कर दिया गया और कुछ इलाकों में बड़े पैमाने पर जांच के आदेश दिए गए हैं। हर संक्रमित व्यक्ति को अलग करने की नीति और विदेश से संक्रमण के नए मामलों को आने से रोकने की कोशिश कर चीन को पिछले साल महामारी पर काबू पाने में काफी मदद मिली थी जिससे वह काफी हद तक संक्रमण मुक्त हुआ था।
बदल सकती है रणनीति
वुहान में संक्रमण फैलने के दौरान चर्चा में आए शंघाई के डॉक्टर झांग वेनहोंग ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि संक्रमण के मामले फिर से फैल रहे हैं और वायरस से मुक्ति नहीं मिल पा रही है अतः चीन की रणनीति बदल सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया को इस वायरस के साथ रहना सीखना होगा।’’ संक्रमण के ये नए मामले ऐसे कई लोगों में भी सामने आए हैं जिन्होंने कोविड-19 रोधी टीके की खुराक ले ली है जिससे यह चिंता पैदा हो गयी है इससे निपटने के कारण चीन में विनिर्माण और आपूर्ति श्रृंखलाएं बाधित हो सकती हैं।
टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने की जरूरत
येल स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में एक स्वास्थ्य अर्थशास्त्री शी चेन ने कहा कि चीन को टीकाकरण तेज करके और संक्रमित लोगों का तेजी से इलाज करते हुए समुदायों के भीतर ही संक्रमण को फैलने से रोकने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप चीन में सभी क्षेत्रों में लॉकडाउन लगा दें तो भी लोग मर सकते हैं, बल्कि भुखमरी या नौकरी जाने के कारण और अधिक संख्या में मर सकते हैं।’’
किसी को भी शहर छोड़ने की अनुमति नहीं
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इस साल संक्रमण के सबसे अधिक मामले हवाईअड्डे पर काम करने वाले उन कर्मचारियों में सामने आए हैं जिन्होंने जियांग्सु प्रांत के नानजिंग में 10 जुलाई को एक रूसी विमान को साफ किया था। कुछ यात्री नानजिंग से होकर झांगजियाजी गए जो हुनान प्रांत में शंघाई के दक्षिण पश्चिम में एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल है। इसी के चलते शहर में बड़ी संख्या में संक्रमण फैला। यह बीमारी बीजिंग और 10 से अधिक प्रांत में अन्य शहरों में फैली। मंगलवार को झांगजियाजी की सरकार ने ऐलान किया कि किसी को भी शहर छोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। नानजिंग तथा यांगझोउ जाने वाली उड़ानों को निलंबित कर दिया गया है। उन शहरों से बीजिंग जाने वाली ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।