चीन को संदेश, भारत के साथ आया ब्रिटेन, हिंद महासागर क्षेत्र में रॉयल नेवी के युद्धपोतों की होगी तैनाती

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 10, 2024 08:40 PM2024-01-10T20:40:34+5:302024-01-10T20:41:59+5:30

एलआरजी रॉयल नेवी का कार्य समूह है जिसमें कम से कम दो युद्धक जहाज शामिल हैं। सीआरजी रॉयल नेवी का विमान वाहक युद्धपोत है। सीआरजी की पहली तैनाती 2021 में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में हुई थी, जहां इसने भारतीय बलों के साथ संयुक्त अभ्यास किया था।

Britain will send warships to the Indian Ocean to show its close ties with India Defense Minister Shapps | चीन को संदेश, भारत के साथ आया ब्रिटेन, हिंद महासागर क्षेत्र में रॉयल नेवी के युद्धपोतों की होगी तैनाती

(फाइल फोटो)

Highlightsहिंद महासागर क्षेत्र में रॉयल नेवी के युद्धपोतों की होगी तैनातीब्रिटेन सरकार ने रॉयल नेवी के युद्धपोतों को तैनात करने की योजना का खुलासा कियालिटोरल रिस्पांस ग्रुप (एलआरजी) को इस साल तैनात किया जाएगा

नई दिल्ली: ब्रिटेन सरकार ने बुधवार को भारतीय सेना के साथ संचालन और प्रशिक्षण के लिए इस साल के अंत में हिंद महासागर क्षेत्र में रॉयल नेवी के युद्धपोतों को तैनात करने की योजना का खुलासा किया। इसे ब्रिटेन-भारत के बीच प्रगाढ़ होते रणनीतिक संबंधों के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। ब्रिटेन के रक्षा मंत्री ग्रांट शाप्स ने कहा कि लिटोरल रिस्पांस ग्रुप (एलआरजी) को इस साल तैनात किया जाएगा और कैरियर स्ट्राइक ग्रुप (सीआरजी) की 2025 में संयुक्त भारत-ब्रिटेन प्रशिक्षण के लिए तैनाती होगी। 

शाप्स ने द्विपक्षीय वार्ता के बाद बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ भारत-ब्रिटेन रक्षा उद्योग सीईओ गोलमेज सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की। ब्रिटेन की सबसे उन्नत नौसैनिक क्षमताओं की तैनाती को ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय (एमओडी) ने भारत के साथ सुरक्षा संबंधों को मजबूत करने में एक ‘निर्णायक कदम’ के रूप में उल्लेख किया है। 

शाप्स ने कहा, "इसमें कोई संदेह नहीं है कि दुनिया में प्रतिस्पर्धा बढ़ती जा रही है, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम भारत जैसे प्रमुख साझेदारों के साथ अपने रणनीतिक संबंधों को आगे बढ़ाना जारी रखें।" उन्होंने कहा, "एक साथ मिलकर, हम समान सुरक्षा चुनौतियों को साझा करते हैं और खुले और समृद्ध हिंद-प्रशांत बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ हैं। यह स्पष्ट है कि यह रिश्ता लगातार मजबूत होता जा रहा है, लेकिन हमें उन खतरों और चुनौतियों के मद्देनजर वैश्विक सुरक्षा को बनाए रखने के लिए साथ मिलकर काम करना जारी रखना चाहिए जो हमें अस्थिर और नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।"

एलआरजी रॉयल नेवी का कार्य समूह है जिसमें कम से कम दो युद्धक जहाज शामिल हैं। सीआरजी रॉयल नेवी का विमान वाहक युद्धपोत है। सीआरजी की पहली तैनाती 2021 में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में हुई थी, जहां इसने भारतीय बलों के साथ संयुक्त अभ्यास किया था। सम्मेलन के बाद रक्षा मंत्री सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, "लंदन में ब्रिटेन-भारत रक्षा सीईओ गोलमेज बैठक में उद्योग जगत के नेताओं और सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) के साथ शानदार बातचीत हुई।" उन्होंने कहा, "भारत सहयोग, सह-निर्माण और सह-नवोन्मेष के लिए ब्रिटेन के साथ एक समृद्ध साझेदारी की कल्पना करता है। दोनों देशों की शक्तियों का समन्वय करके हम मिलकर बड़ा कार्य कर सकते हैं।"

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि नवीनतम तैनाती इस सप्ताह भारतीय रक्षा मंत्री की पहली ब्रिटेन यात्रा के दौरान बढ़ी हुई साझेदारी को दर्शाती है। रक्षा मंत्रालय ने कहा, "आने वाले वर्षों में ब्रिटेन और भारत अपनी-अपनी सेनाओं के बीच और अधिक जटिल अभ्यास शुरू करेंगे। इसके तहत, 2030 के अंत से पहले एक महत्वपूर्ण संयुक्त अभ्यास करेंगे, जो महत्वपूर्ण व्यापार मार्गों की सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय नियमों को बनाए रखने के साझा लक्ष्यों का समर्थन करेंगे।"

दोनों वरिष्ठ मंत्रियों के बीच बातचीत में संयुक्त अभ्यास से लेकर ज्ञान साझा करने और प्रशिक्षकों के आदान-प्रदान तक रक्षा में भविष्य के सहयोग पर चर्चा हुई, जो 2030 भारत-ब्रिटेन रोडमैप में परिकल्पित व्यापक रणनीतिक साझेदारी पर आधारित है। 

(इनपुट- भाषा)
 

Web Title: Britain will send warships to the Indian Ocean to show its close ties with India Defense Minister Shapps

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