काबुल: अलविदा जुमा के दिन सुन्नी मस्जिद में हुआ बड़ा बम धमाका, 10 लोगों की हुई मौत, करीब 20 घायल, जांच में जुटी तालिबानी सुरक्षाकर्मी
By आजाद खान | Published: April 30, 2022 07:42 AM2022-04-30T07:42:23+5:302022-04-30T07:45:54+5:30
हालांकि इस धमाके की अभी तक किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। वहीं तालिबानी सुरक्षाकर्मियों द्वारा इस विस्फोट की जांच की जा रही है।
काबुल:अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में शुक्रवार को एक मस्जिद में हुए भीषण विस्फोट में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए है। तालिबान के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी है। स्थानीय लोगों ने कहा कि मुस्लिमों के पवित्र महीने रमजान के आखिरी शुक्रवार को नमाज अदा करने के लिए सैकड़ों लोग जमा हुए थे और खलीफा आगा गुल जान मस्जिद खचाखच भरी हुई थी, इस दौरान यह घटना घटी थी। उन्होंने कहा कि हताहतों की संख्या में और वृद्धि होने की आशंका है। आपको बता दें कि ऐसे ही धमाके पिछले हफ्ते भी हो चुके हैं जिसमें 33 शिया लोगों की मौत हो गई थी। हालांकि तालिबानी सुरक्षाकर्मियों द्वारा इस विस्फोट की जांच की जा रही है।
विस्फोट की जिम्मेदारी अभी तक किसी से नहीं ली है
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद नफी ताकोर ने अधिक विवरण नहीं दिया और कहा कि तालिबान सुरक्षाकर्मियों ने क्षेत्र को घेर लिया है। उन्होंने कहा कि विस्फोट के स्रोत का तत्काल पता नहीं चल पाया है और किसी ने भी अभी तक विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि विस्फोट इतना भीषण था कि मस्जिद के आसपास की इमारतें भी हिल गईं थी।
सुन्नी मुसलमानों के मस्जिद में हुआ धमाका
विस्फोट के बाद एम्बुलेंस को घटनास्थल की ओर जाते देखा गया है। यह मस्जिद अफगानिस्तान के बहुसंख्यक सुन्नी मुसलमानों की है। आपको बता दें कि अफगानिस्तान में हाल में कई विस्फोट हुए हैं और मस्जिदों पर इसी तरह के हमलों में देश के अल्पसंख्यक शिया मुसलमानों को निशाना बनाया गया है।
अब तक 50 लोगों की हुई मौत-द गार्जियन
इस बीच, इस्लामिक अमीरात के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने ट्वीट कर इस विस्फोट की निंदा की और कहा कि अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उन्हें सजा भी दिया जाएगा। संयुक्त राष्ट्र ने भी इस धमाके की निंदा की है और इस पर बयान जारी किया है। वहीं द गार्जियन ने अपने एक खबर में इस घटना में 50 से अधिक लोगों की मरने की बात कही है।
पिछले हफ्ते भी हो चुके है ऐसे धमाके
युद्ध में घायल लोगों का ही इलाज करने वाले काबुल के एक आपातकालीन अस्पताल ने ट्वीट किया कि उसके कर्मचारियों ने बताया कि विस्फोट के बाद कम से कम "20 घायल लोगों" को भर्ती कराया गया है। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते, मजार-ए-शरीफ शहर में एक मस्जिद और एक धार्मिक स्कूल में बम विस्फोट होने से 33 शिया लोगों की मौत हो गई थी। आईएस ने उस हमले की जिम्मेदारी ली है।
भाषा इन्पुट के साथ