अमेरिका में विदेश मंत्री ने कहा- अनुच्छेद 370 हटाए जाने से पहले कश्मीर था अस्त-व्यस्त, पाकिस्तान ने खोल रखी है आतंक की इंडस्ट्री
By रामदीप मिश्रा | Updated: September 26, 2019 11:37 IST2019-09-26T11:26:22+5:302019-09-26T11:37:35+5:30
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार की पहली चिंता यह सुनिश्चित करना थी कि अनुच्छेद 370 हटाने के बाद हिंसा और प्रदर्शनों के कारण कोई जनहानि न हो। 5 अगस्त से पहले कश्मीर में समस्या थी।

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भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार (25 सितंबर) को कहा कि अनुच्छेद 370 को खत्म करने से पहले कश्मीर में बवाल मचा हुआ था। वहां 2016 जैसी स्थिति से इससे बचने के लिए प्रतिबंध लगाए गए थे। आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद घाटी में अस्त-व्यस्त हो गई थी।
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार की पहली चिंता यह सुनिश्चित करना थी कि अनुच्छेद 370 हटाने के बाद हिंसा और प्रदर्शनों के कारण कोई जनहानि न हो। 5 अगस्त से पहले कश्मीर में समस्या थी। उसके बाद वहां कठिनाइयां शुरू नहीं हुईं। अनुच्छेद 370 हटाया जाना उन कठिनाइयों से निपटने का एक तरीका था। मंत्री ने काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस (सीएफआर) की न्यूयॉर्क में बैठक में कहीं।
एस जयशंकर ने कहा कि वहां डराने-धमकाने का स्तर उस ऊंचाई पर पहुंच गया था, जहां वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को श्रीनगर की सड़कों मार दिया गया, अलगाववाद के खिलाफ लिखने वाले पत्रकारों की हत्या कर दी गई थी, ईद के लिए घर लौट रहे सैन्यकर्मियों का अपहरण कर हत्या कर दी गई थी।
इसके अलावा विदेश मंत्री ने कहा कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों में आतंकवाद है, लेकिन दुनिया का कोई भी हिस्सा ऐसा नहीं है जहां कोई देश अपने पड़ोसी के खिलाफ बड़े पैमाने पर उद्योग के रूप में जानबूझकर आतंकवाद का उपयोग करता है।
आगे उन्होंने पाकिस्तान से बातचीत को लेकर कहा कि मुद्दा यह नहीं है कि बात करनी है या नहीं, हर कोई अपने पड़ोसी से बात करना चाहता है। मुद्दा यह है कि मैं ऐसे देश से कैसे बात करूं जो आतंकवाद का संचालन कर रहा है और अस्थायी संप्रदाय की नीति का अनुसरण करता है।