बांग्लादेश में चुनाव से पहले बड़ा हादसा; ट्रेन में आग लगने से 5 लोगों की मौत, कई घायल
By अंजली चौहान | Published: January 6, 2024 06:52 AM2024-01-06T06:52:14+5:302024-01-06T06:55:07+5:30
यह घटना राजधानी ढाका के गोपीबाग इलाके में बेनापोल एक्सप्रेस पर हुई। यह बांग्लादेश में आम चुनाव से ठीक दो दिन पहले हुआ है, जो विपक्ष के बहिष्कार के कारण अशांति से घिर गया है।
ढाका: बांग्लादेश में एक यात्री ट्रेन में आग लगने से पांच लोगों की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा बांग्लादेश में चुनाव के ठीक दो दिन पहले हुआ है ऐसे में पुलिस को संदेह है कि यह चुनाव से पहले अशांति फैलाने के लिए किया गया है।
बांग्लादेशी पुलिस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है। पुलिस के मुताबिक, घटना शुक्रवार देर रात को घटी है। यह घटना राजधानी ढाका के गोपीबाग इलाके में बेनापोल एक्सप्रेस पर हुई।
पुलिस प्रमुख अनवर हुसैन ने कहा कि हमें संदेह है कि आग की घटना तोड़फोड़ की कार्रवाई थी।
#WATCH | A passenger train was set on fire in Bangladesh's capital Dhaka yesterday (January 5) ahead of the country's general election this weekend.
— ANI (@ANI) January 6, 2024
At least four people died aboard the intercity train, reports Reuters quoting local newspaper Dhaka Tribune.
(Source: Reuters) pic.twitter.com/FoFZVsqZ6u
दमकल विभाग बचाव कार्य में जुटी
अग्निशमन सेवा अधिकारी रकजीबुल हसन ने कहा कि पश्चिमी शहर जेसोर से राजधानी ढाका आ रही बेनापोल एक्सप्रेस के कम से कम चार डिब्बों में आग लग गई। पुलिस कमांडर खंडकेर अल मोईन ने संवाददाताओं से कहा, "हमने पांच शव बरामद किए हैं।"
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि मेगासिटी के मुख्य रेल टर्मिनल के पास ढाका के पुराने हिस्से में गोपीबाग में ट्रेन में आग लग गई। बांग्लादेशी मीडिया के मुताबिक, ट्रेन में कुछ लोग भारतीय भी थे। हालांकि, इसकी पुष्टि अभी तक नहीं हुई है।
बता दें कि पिछले महीने पुलिस और सरकार ने एक और ट्रेन में आग लगने के लिए विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) को दोषी ठहराया था, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी। बीएनपी ने उस घटना में शामिल होने से इनकार करते हुए कहा कि विपक्षी दलों पर सरकारी कार्रवाई के बहाने इसे गलत तरीके से दोषी ठहराया गया था।
बांग्लादेश में रविवार को राष्ट्रीय चुनाव के लिए मतदान होगा लेकिन बीएनपी और दर्जनों अन्य दलों ने इसे "दिखावटी" वोट बताते हुए इसका बहिष्कार किया है।