पाकिस्तान बलूच एक्टिविस्ट करीमा बलोच की कनाडा में मौत, रक्षाबंधन पर पीएम मोदी को 'भाई' बोल की थी भावुक अपील
By स्वाति सिंह | Updated: December 22, 2020 11:52 IST2020-12-22T11:43:11+5:302020-12-22T11:52:38+5:30
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में सेना की बर्बरता के खिलाफ आवाज उठाने वाली महिला एक्टिविस्ट करीमा बलोच की कनाडा में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है।

बीबीसी ने भी 2016 में करीमा बलोच को दुनिया की 100 सबसे प्रेरणादायक और प्रभावशाली महिलाओं में से एक के रूप में नामित किया गया था।
टोरंटो: पाकिस्तान के बलूचिस्तान में अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाने वाली महिला एक्टिविस्ट करीमा बलोच की कनाडा में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। वह रविवार से लापता चल रहीं थीं, अब पुलिस ने उनका शव बरामद कर लिया है। संदिग्ध परिस्थितियों में हुई उनकी मौत को लेकर पाकिस्तान सरकार और उनकी खुफिया एजेंसी आईएसएई के ऊपर भी संदेह जताया जा सकता है। बता दें कि 2016 में रक्षाबंधन पर बलोच स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन की अध्यक्ष करीमा बलोच ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना भाई बताते हुए एक भावुक वीडियो संदेश जारी किया था।
बताया जा रहा है उन्हें शाम तीन बजे के आसपास अंतिम बार देखा गया था। अब उसके परिवार ने पुष्टि की है कि करीमा का शव मिल गया है। करीमा बलोच को पाकिस्तानी सरकार और सेना के खिलाफ सबसे मुखर आवाज माना जाता था। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में भी बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना के अत्याचारों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की थी। बीबीसी ने भी 2016 में करीमा बलोच को दुनिया की 100 सबसे प्रेरणादायक और प्रभावशाली महिलाओं में से एक के रूप में नामित किया गया था।
पीएम मोदी से क्या की थी अपील
बता दें कि साल 2016 में करीमा बलोच ने पीएम मोदी को भाई बताते हुए कहा था कि रक्षाबंधन के दिन बलूचिस्तान की एक बहन भाई मानकर आपसे कुछ कहना चाहती है। बलूचिस्तान में कितने ही भाई लापता हैं। कई भाई पाक सेना के हाथों मारे गए हैं। बहनें आज भी लापता भाइयों की राह तक रही हैं। हम आपको ये कहना चाहते हैं कि आपको बलूचिस्तान की बहनें भाई मानती हैं। आप बलोच नरसंहार, युद्ध अपराध और मानवाधिकार हनन के खिलाफ अंतराष्ट्रीय मंचों पर बलोचों और बहनों की आवाज बनें।'
यूएन में उठाया था बलूचिस्तान का मुद्दा
मालूम हो कि करीमा बलूच बलूचिस्तानकी सबसे प्रसिद्ध हस्तियों में से एक थीं। उन्होंने स्विट्जरलैंड में संयुक्त राष्ट्र के सत्र में बलूचिस्तान का मुद्दा उठाया था। मई 2019 में एक साक्षात्कार में उन्होंने पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा था कि वो बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधन छीनकर वहां के लोगों को प्रताड़ित कर रहा था। वहीं, बलूचिस्तान की खबरों से दुनिया के रूबरू करवाने वाले 'बलूचिस्तान पोस्ट' ने करीमा बलूच की मौत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उनका इस तरह से मृत मिलना कई गंभीर सवाल और चिंता प्रकट करता है।