अमेरिका ने जताई आशंका, पाकिस्तान में अब भी ईशनिंदा के आरोप में 40 से अधिक लोग जेल में है बंद
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 22, 2019 09:17 AM2019-06-22T09:17:00+5:302019-06-22T09:17:00+5:30
पोम्पियो ने पूरी दुनिया में धर्म को लेकर आजादी से जुड़ी एक रिपोर्ट जारी करते हुए आशंका जताई कि पाकिस्तान में ईशनिंगा के आरोप में 40 से ज्यादा लोग या तो सजा काट रहे हैं या फिर जेल में बंद हैं।
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने ईशनिंदा कानून के दुरुपयोग के खिलाफ पाकिस्तान से और कदम उठाने को कहा है। पोम्पियो ने यह बयान पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट की ओर से ईसाई महिला आसिया बीबी को निर्दोष बताने के फैसले का जिक्र करते हुए दिया। आसिया बीबी पर ईशनिंदा का मामला पिछले एक दशक से चल रहा था और मौत की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद पिछले साल पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें तमाम आरोपों से बरी कर दिया था।
पोम्पियो ने पूरी दुनिया में धर्म को लेकर आजादी से जुड़ी एक रिपोर्ट जारी करते हुए आशंका जताई कि पाकिस्तान में ईशनिंगा के आरोप में 40 से ज्यादा लोग या तो जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं या फिर फांसी की सजा का सामना करने वाले हैं। पोम्पियो ने कहा- हम उनकी रिहाई की लगातार मांग करते रहे हैं और वहां की सरकार को भी इसके लिए प्रोत्साहित करते हैं।
पोम्पियो ने धार्मिक आजादी के मसले पर ईरान और चीन की भी जमकर आलोचना की। पोम्पियो ने चीन में 10 लाख मुस्लिमों को बंदी बनाने की खबरों सहित तिब्बत को बौद्धों, ईसाईयों के साथ भेदभाव का जिक्र किया। इससे पहले इसी महीने की शुरुआत में भी अमेरिका ने थियानमेन नरसंहार के 30 साल पूरा होने के मौके पर कहा था कि उसने चीन में मानवाधिकार की स्थिति में सुधार की उम्मीद छोड़ दी है।
क्या है आसिया बीबी मामला
आसिया को 2010 में अपने पड़ोसियों के साथ विवाद में इस्लाम के अपमान का आरोप लगने के बाद दोषी ठहराया गया था। हालांकि, आसिया ने कहा कि वह मासूम हैं पर इसके बाद भी उन्हें आठ साल जेल की एकांत कोठरी में बिताने पड़े। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल 31 अक्टूबर को उसे ईशनिंदा के आरोपों से बरी कर दिया था। इस फैसले से पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। इसके बाद इसी साल ये खबर आई कि आसिया बीबी पाकिस्तान छोड़कर कनाडा पहुंच गईं।