पूर्व अफगान वित्त मंत्री खालिद पयेंडा अमेरिका में चला रहे टैक्सी, देश की संसद में पेश कर चुके हैं 6 अरब डॉलर का बजट
By मनाली रस्तोगी | Updated: March 21, 2022 15:43 IST2022-03-21T15:40:54+5:302022-03-21T15:43:50+5:30
अफगानिस्तान की संसद में 6 बिलियन डॉलर का बजट पेश कर चुके पूर्व वित्त मंत्री खालिद पयेंडा अब अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में बतौर उबर ड्राइवर काम कर रहे हैं।

पूर्व अफगान वित्त मंत्री खालिद पयेंडा अमेरिका में चला रहे टैक्सी, देश की संसद में पेश कर चुके हैं 6 अरब डॉलर का बजट
वॉशिंगटन: अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में अफगानिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री खालिद पयेंडा (Khalid Payenda) अब अपने परिवार की जीविका चलाने के लिए बतौर उबर ड्राइवर काम कर रहे हैं। बता दें कि अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे से पहले पयेंडा देश की संसद में 6 बिलियन डॉलर का बजट पेश कर चुके हैं। प्रधानमंत्री अशरफ गनी के साथ तनावपूर्ण संबंधों के कारण तालिबान द्वारा राजधानी शहर पर नियंत्रण करने से एक हफ्ते पहले पायेंडा ने देश के वित्त मंत्री के रूप में इस्तीफा दे दिया था।
इस विषय में उन्होंने 10 अगस्त को ट्वीट करते हुए लिखा था, "आज मैंने कार्यवाहक वित्त मंत्री के रूप में पद छोड़ दिया। वित्त मंत्रालय का नेतृत्व करना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान था, लेकिन व्यक्तिगत प्राथमिकताओं में शामिल होने के लिए पद छोड़ने का समय आ गया था।" अफगान सरकार द्वारा गिरफ्तार किए जाने के डर से उन्होंने अफगानिस्तान छोड़ दिया था और वह अमेरिका में अपने परिवार में शामिल हो गए थे।
Today I stepped down as the Acting Minister of Finance. Leading MoF was the greatest honor of my life but it was time to step down to attend to personal priorities. I’ve put Mr. Alem Shah Ibrahimi, Deputy Minister for Revenue & Customs in charge until a new Minister is appointed.
— Khalid Payenda (@KhalidPayenda) August 10, 2021
वहीं, द वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, खालिद पयेंडा ने बताया कि वो कैब ड्राइव करके छह घंटे के काम के लिए 150 डॉलर से थोड़ा ज्यादा कमा लेते हैं। अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने ये भी कहा कि उनके लिए अफगानिस्तान से अमेरिका आना थोड़ा एडजस्टमेंट करने जैसा था, लेकिन वह अपने परिवार की मदद करने में सक्षम होने के अवसर के लिए आभारी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति के लिए अमेरिका को दोषी मानते हैं, क्योंकि अमेरिकी सैनिकों की वापसी ने ही तालिबान को सत्ता संभालने की अनुमति दी थी।