शादी में बज रहा था संगीत, तालिबान ने 13 लोगों को मौत के घाट उतारा, पूर्व अफगान उप-राष्ट्रपति का दावा
By विनीत कुमार | Published: October 31, 2021 07:50 AM2021-10-31T07:50:47+5:302021-10-31T07:56:06+5:30
तालिबान द्वारा अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत में 13 लोगों को मारा गया है। ये दावा अमरुल्ला सालेह ने किया है। शादी में गाना बजने के कारण तालिबान ने ऐसा किया।
काबुल: अफगानिस्तान के पू्र्व उप-राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने दावा किया है कि तालिबान ने नांगरहार प्रांत में एक शादी की पार्टी में बज रहे संगीत को बंद कराने के लिए 13 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। सालेह ने ये दावा शनिवार को किया।
सालेह ने साथ ही पाकिस्तान और आईएसआई पर भी निशाना साधा। सालेह ने ट्विटर पर लिखा, 'तालिबानी ने शादी की पार्टी में संगीत बंद कराने के लिए नांगरहार में 13 लोगों को मार दिया। केवल निंदा करके हम अपना गुस्सा नहीं दिखा सकते हैं। 25 साल तक पाकिस्तान ने उन्हें ट्रेनिंग दी कि वे अफगानिस्तान की संस्कृति को खत्म करें और हमारी मिट्टी पर नियंत्रण के लिए आईएसआई की बुनी हुई कट्टरता थोप सकें।'
सलेह ने आगे लिखा कि मौजूदा शासन बहुत लंबा नहीं चल सकेगा लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण ये है कि इसके खत्म होने तक लोगों को इसकी कीमत चुकानी होगी।
Taliban militiamen have massacred 13 persons to silence music in a wedding party in Nengarhar. We can't express our rage only by condemnation. For 25 years Pak trained them to kill Afg culture & replace it with ISI tailored fanaticism to control our soil. It is now in works. 1/2
— Amrullah Saleh (@AmrullahSaleh2) October 30, 2021
बता दें कि तालिबान लड़ाकों ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा जमा लिया था। तालिबान शासन में संगीत और गीत-संगीत से जुड़े लोगों में हमले लगातार होते रहे हैं।
अगस्त के आखिर में तालिबान ने संगीत पर प्रतिबंध लगा दिया था। महिलाओं के घर से बाहर कामकाज करने को लेकर भी तालिबान ने कई दिशा-निर्देश जारी किए थे। तालिबान ने 4 सितंबर को ही अफगानिस्तान नेशनल इंस्टट्यूट ऑफ म्यूजिक को बंद कर दिया था।
यही नहीं अगस्त के आखिरी हफ्ते में अंदराबी घाटी में तालिबानी लड़ाकों ने अफगानिस्तान के लोकगायक फवाद अंदराबी को कथित तौर पर मार दिया था।
न्यूयॉर्क टाइम्स के साथ एक इंटरव्यू में, तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने अगस्त में कहा था, 'इस्लाम में संगीत की मनाही है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि लोगों पर दबाव डालने के बजाय उन्हें ऐसी चीजें न करने के लिए मना सकेंगे।'