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साम्यवादी शासन के 70 सालः 15,000 सैनिक तियानमेन चौक की ओर मार्च किए, 70 झांकियां प्रस्तुत,  70,000 कबूतर ओर 70,000 गुब्बारे छोड़े

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 1, 2019 13:48 IST

माओत्से तुंग ने एक अक्टूबर 1949 को चीनी जनवादी गणराज्य की स्थापना की घोषणा की थी। सैन्य मार्च के बाद नागरिक परेड में 100,000 नागरिक भाग लिया, 70 झांकियां प्रस्तुत की गईं। इस मौके पर आयोजक 70,000 कबूतर ओर 70,000 गुब्बारे भी आसमान में छोड़े। 

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ठळक मुद्देजश्न समारोह के मद्देनजर राजधानी बीजिंग लाल चीनी झंडों, फूलों की सजावट, लालटेन और राजनीतिक नारों से पटा हुआ है। इस बीच, चिनफिंग ने कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व चेयरमैन माओत्से तुंग को श्रद्धांजलि दी।

चीन ने साम्यवादी शासन के 70 साल पूरे होने का जश्न मनाने के लिए भव्य सैन्य परेड की। करीब 15,000 सैनिक तियानमेन चौक की ओर मार्च किए और देश के वैश्विक शक्ति के रूप में उभरने का प्रदर्शन करने हुए आधुनिक सैन्य प्रौद्योगिकी प्रदर्शित किए गए।

राष्ट्रपति शी चिनफिंग के इस मौके पर गेट ऑफ हेवेनली पीस पर परेड से पहले जोशीला भाषण दिया। इसी स्थान से माओत्से तुंग ने एक अक्टूबर 1949 को चीनी जनवादी गणराज्य की स्थापना की घोषणा की थी। सैन्य मार्च के बाद नागरिक परेड में 100,000 नागरिक भाग लिया, 70 झांकियां प्रस्तुत की गईं। इस मौके पर आयोजक 70,000 कबूतर ओर 70,000 गुब्बारे भी आसमान में छोड़े। 

जश्न समारोह के मद्देनजर राजधानी बीजिंग लाल चीनी झंडों, फूलों की सजावट, लालटेन और राजनीतिक नारों से पटा हुआ है। इस बीच, चिनफिंग ने कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व चेयरमैन माओत्से तुंग को श्रद्धांजलि दी। आधिकारिक संवाद समिति ‘शिन्हुआ’ ने बताया कि शी और अन्य शीर्ष चीनी अधिकारी यहां तियानमेन चौक में स्थित माओ की समाधि पर गए और दिवंगत नेता की प्रतिमा के आगे तीन बार सिर झुकाया।

शी ने माओ के संरक्षित पार्थिव देह को भी श्रद्धांजलि दी। इतने बड़े जश्न समारोह के बीच हांगकांग में चल रहा प्रदर्शन इसका रंग फीका कर सकता है। वहीं, अर्ध स्वायत्त शहर में अधिकारी ‘‘दंगाइयों’’ द्वारा हिंसा फैलाए जाने को लेकर सतर्क हैं। इस मौके पर बढ़ती राजनीतिक और आर्थिक चुनौतियों के बीच भव्य परेड निकाली गयी जिसमें उसने परमाणु और हाइपरसोनिक मिसाइलों समेत अपने सबसे आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन किया।

वर्षगांठ के आधिकारिक समारोह की शुरुआत सोमवार को हो गयी थी जब चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) के संस्थापक माओ जेडोंग की संरक्षित रखी गई पार्थिव देह को श्रद्धांजलि दी। शी और अन्य शीर्ष चीनी अधिकारी यहां तियाननमेन चौक में स्थित माओ की समाधि पर गए और दिवंगत नेता की प्रतिमा के आगे तीन बार सिर झुकाया।

लोकतांत्रिक गणराज्य चीन की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ मनाने के मौके पर बाद में लोगों को संबोधित करते हुए शी (66) ने पिछले 70 वर्ष में चीन के लोगों की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि हजारों वर्षों तक चीन को अपनी गिरफ्त में रखने वाली समस्या गरीबी अब खत्म होने की कगार पर है। उन्होंने कहा, ‘‘ चीन ने जबरदस्त बदलाव किया। वह डटा हुआ है, समृद्ध हो रहा है और मजबूत बन रहा है। वह कायाकल्प के उत्कृष्ट आयामों के साथ कदम से कदम मिला रहा है।’’

शी ने कहा कि सभी जोखिमों तथा चुनौतियों से निपटते हुए आगे बढ़ने तथा नयी सफलताएं हासिल करने के लिए एकता सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें शांति, विकास और सहयोग को ध्यान में रखते हुए शांतिपूर्ण विकास की राह पर बढ़ना होगा।

मानवता के साझा भविष्य की खातिर एक समुदाय का निर्माण करने के लिए अन्य देशों के लोगों के साथ मिलकर काम करना होगा ताकि शांति और विकास की रौशनी पूरी दुनिया को रौशन करे।’’ चीनी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘पिछले 70 वर्षों में बड़ी उपलब्धियां हासिल करने वाले चीनी लोग और चीनी राष्ट्र निश्चित तौर पर दो सदियों के लक्ष्यों और राष्ट्रीय कायाकल्प के चीनी सपने को साकार करने की अपनी यात्रा तक पहुंचने में और अधिक खूबसूरत अध्याय जोड़ेंगे।’’

इस अवसर पर जश्न समारोह का मुख्य कार्यक्रम चीनी सेना की अब तक की सबसे बड़ी परेड रही। अपने मुख्य हथियारों को छिपाकर रखने वाले चीन ने नयी परमाणु और हाइपरसोनिक मिसाइलों का प्रदर्शन किया। इसे उसका शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है। यह जश्न समारोह ऐसे समय में हो रहा है जब देश गंभीर राजनीतिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। हांगकांग में चल रहे लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनों की छाया में यह परेड हो रही है। अधिकारियों ने चिंता जतायी कि मंगलवार को होने वाले हांगकांग का लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शन वैश्चिक सुर्खियां बटोर सकता है। 

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