रोम: इटली के दक्षिणी तट के करीब एक नौका के डूब जाने से कम से कम 59 लोगों के मारे जाने की खबर सामने आई है जिसमें 12 बच्चे भी शामिल हैं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, यह नौका तुर्की से रवाना हुआ था जो अपने साथ अफगानिस्तान, ईरान और कई अन्य देशों के लोगों को किसी दूसरे देश ले जा रहा था।
ऐसे में रास्ते में ही इटली के कैलेब्रिया प्रायद्वीप के तटीय शहर क्रोटोन पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। बताया जाता है कि इस नौका में 150 से 200 प्रवासी सवार थे जिनमें से कई और की तलाश की जा रही है।
81 लोगों को बचाया गया, 20-30 लोग अभी भी है लापता
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से मिली जानकारी के अनुसार, इस नौका के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद करीब 81 लोगों को बचाया गया है। इन लोगों में 20 लोग ऐसे है जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है और इसमें एक की हालत बहुत ही नाजुक है।
घटनास्थल का दौरा करने वाले आंतरिक मंत्री माटेओ पिआंतेदोसी ने बताया कि इस में अभी भी 20 से 30 लोगों के लापता होने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में इस घटना ने यूरोप और इटली में प्रवासन पर एक बार फिर से बहस छेड़ दी है और यह दुर्घटना उस समय हुआ है जब हाल ही में चुनी गई दक्षिणपंथी सरकार ने प्रवासियों के लिए सख्त कानून बनाए है।
4 दिन पहले तुर्की से रवाना हुआ था नौका
मामले में बोलते हुए इटली पुलिस ने बताया कि शनिवार देर रात को यूरोपीय संघ की सीमा एजेंसी फ्रोंटेक्स द्वारा संचालित एक विमान ने इस नौका को देखा था। ऐसे में उस समय यह नौका इटली के तट के लगभग 74 किमी (46 मील) की दूरी पर देखा गया था। बताया जा रहा है कि चार दिन पहले यह नौका इज़मिर के पश्चिमी तुर्की बंदरगाह से रवाना हुआ था और मोकाम तक पहुंचने से पहले ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया है।
ऐसे में इटली के समुद्र सीमा में नौका के होने की खबर मिलते ही इटली सरकार ने गश्ती नौकाओं को भेजा था लेकिन खराब मौसम के कारण उन्हें वापस आना पड़ा था। इस हालत में बाद में इसकी दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर सामने आई है। इस पर बोलते हुए इटली के प्रधान मंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने भी घटना पर दुख जताया है और इसका जिम्मेदार मानव तस्करों को ठहराया है।