बांग्लादेश में नौका में आग लगने से 40 लोगों की मौत
By भाषा | Updated: December 24, 2021 21:13 IST2021-12-24T21:13:43+5:302021-12-24T21:13:43+5:30

बांग्लादेश में नौका में आग लगने से 40 लोगों की मौत
(अनीसुर रहमान)
ढाका, 24 दिसंबर दक्षिणी बांग्लादेश में शुक्रवार तड़के सुगंधा नदी में एक तीन मंजिला नौका में आग लगने से कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई और 150 से ज्यादा लोग झुलस गए। नौका में करीब 800 लोग सवार थे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पुलिस और दमकल के अधिकारियों ने बताया कि ढाका से बारगुना जा रही नौका एमवी अभिजन-10 के इंजन कक्ष में स्थानीय समयानुसार शुक्रवार तड़के तीन बजे आग लग गई। कई यात्री अब भी लापता हैं।
बचाव अभियान से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि हादसे में डूबने से नौ लोगों समेत 40 लोगों की मौत हो गई। यह हादसा झलकथी जिले में हुआ, जो राजधानी ढाका से 250 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कुछ टीवी चैनलों ने हादसे में 41 लोगों की मौत की बात कही है।
अधिकारियों ने कहा कि झलकथी के मुख्य सरकारी अस्पताल में 30 शवों का अंत्य परीक्षण कराया जा रहा है। बारिशल जिले के उपायुक्त ने निजी ‘समय टीवी’ को बताया, ‘‘हमने हताहतों की संख्या का पता लगाने के लिए एक आधिकारिक टीम को नियुक्त किया है।’’
जहाजरानी राज्य मंत्री खालिद महमूद चौधरी ने बताया कि 310 यात्रियों की सूची मिली है लेकिन अनुमान है कि नौका में ज्यादा यात्री सवार होंगे। उन्होंने कहा कि तड़के हुए हादसे की पृष्ठभूमि और अन्य ब्योरे का पता लगाने के लिए तीन अलग-अलग जांच शुरू की गई है।
बारिशल जिले के शेर-ए-बांग्ला मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि वे वर्तमान में 70 लोगों का इलाज कर रहे हैं, जबकि दमकल अधिकारियों ने कहा कि अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में 50 और लोगों का इलाज किया जा रहा है।
ढाका में स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि छह सदस्यीय विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम को उनके सहयोगियों के साथ घायल लोगों के इलाज के लिए बारिशल भेजा गया है।
तटरक्षक बल, दमकल सेवा और पुलिस के जवानों ने नदी में तलाश अभियान चलाया, लेकिन घने कोहरे के कारण सूर्यास्त के बाद अभियान को रोक दिया गया। शनिवार सुबह अभियान फिर शुरू किया जाएगा। दमकल सेवा के अधिकारी ने बताया कि नौका में धुआं भरने के कारण दम घुटने से ज्यादातर लोगों की मौत हो गई। कई यात्री नौका से नदी में कूद गए लेकिन तैरना नहीं जानने के कारण डूब गए।
इससे पहले, एक अन्य दमकल अधिकारी ने कहा, ‘‘आग लगने के समय कई यात्री सो रहे थे...धुएं के कारण दम घुटने, झुलसने और डूबने से कई यात्रियों की मौत हुई।’’
प्रत्यक्षदर्शियों ने संवाददाताओं को बताया कि नौका में क्षमता से अधिक यात्री सवार थे और अधिकतर लोग सप्ताहांत पर अपने परिवारों के साथ छुट्टियां मनाने के लिए घर जा रहे थे।
अधिकारियों ने आग लगने के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए हैं। सात सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है और तीन दिन में रिपोर्ट सौंपी जाएगी। घायलों की बड़ी संख्या के कारण बचावकर्मियों को आशंका है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
नौका में आग लगने के बाद लोग जान बचाने के लिए नदी में कूद गए। दुर्घटना में बचे लोगों ने बताया कि नौका में क्षमता से ज्यादा लोग सवार थे। बारिशल दमकल सेवा के उप निदेशक कमालउद्दीन भुइयां ने बताया कि संभवत: नौका के इंजन कक्ष से आग की शुरुआत हुई।
अग्नि सेवा नियंत्रण कक्ष ने एक बयान में कहा, ‘‘सूचना मिलने पर बारिशल मंडल दमकल सेवा एवं नागरिक रक्षा के उप निदेशक कमालउद्दीन भुइयां की अगुवाई में 15 अग्निशमन वाहन तीन बजकर 50 मिनट पर घटनास्थल पर पहुंचे और पांच बजकर 20 मिनट पर आग पर काबू पाया गया।’’
बरगुना के पाथरघाटा उप-जिले के प्रशासनिक प्रमुख मुहम्मद हुसैन मोहम्मद अल मोजाहिद भी अपनी पत्नी के साथ एक वीआईपी केबिन में नौका से यात्रा कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘अचानक धुआं छा जाने से हमें सांस लेने में तकलीफ होने लगी... हर कोई शोर मचा रहा था और लोग बाहर निकलने के लिए गेट की ओर दौड़े और कुछ नदी में कूद गए।’’
घटना में सुरक्षित बचे यात्रियों ने बताया कि नौका पर करीब 800 लोग सवार थे। समाचारपत्र ‘डेली स्टार’ ने घटना में बाल-बाल बचे व्यक्ति सैदुर रहमान के हवाले से अपनी खबर में बताया, ‘‘तड़के तीन बजे नौका के इंजन कक्ष में अचानक आग लग गई और देखते ही देखते इसने पूरी नौका को अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान नौका गबखान पुल के पास पहुंच रही थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘नौका में बच्चों और बुजुर्गों सहित कई यात्री सवार थे। इनमें से कई यात्रियों ने नदी में कूदकर अपनी जान बचाई।’’ रहमान ने कहा, ‘‘कुछ जलने की गंध आने पर मैं वीआईपी केबिन से बाहर आया और देखा कि वहां आग लगी है। इसके बाद मैं, मेरी पत्नी और मेरा साला नदी में कूद गए और हमने तैर कर अपनी जान बचाई।’’
बांग्लादेश में पिछले साल जून में 100 से ज्यादा लोगों को लेकर जा रही एक नौका की दूसरी नौका से टक्कर में 32 लोगों की मौत हो गई थी। फरवरी 2015 में एक नौका के मालवाहक जहाज से टकरा जाने के कारण 78 लोगों की मौत हुई थी।
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