Health Tips: Thyroid डिसआर्डर से पीड़ित हैं तो जानें क्या है दवा लेने का सही तरीका, लापरवाही पड़ सकती है भारी
By आजाद खान | Published: December 15, 2021 05:36 PM2021-12-15T17:36:49+5:302021-12-15T18:17:43+5:30
Thyroid का अभी तक दुनिया में कंप्लीट इलाज नहीं है। यानी लंबे वक्त तक दवा खाकर ही काम चलाना पड़ता है, लेकिन आयुर्वेद, होम्योपैथ तथा योग आदि का सहारा लेकर भी निजात पाई जा सकती है।
हेल्थ: Thyroid की समस्या एक गंभीर समस्या है। इससे देश के हजारों लोग पीड़ित हैं। इस समस्या से गुजर रहे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उनका हार्मोनल कंडीशन बिगड़ जाता है। Thyroid ग्लैंड से थायराइड हार्मोन भी अनियमित रूप से उत्पन्न होता है। कभी होता है तो कभी ज्यादा होता है। इससे इंटरनल सिस्टम भी बिगड़ जाता है।
यह दवाइयां गले में मौजूद तितली आकार के थायराइड ग्लैंड को रैगुलेट करते हैं। ताकि हार्मोन लेबल सामान्य बना रहे। Thyroid Level सामान्य ना हो तो हार्ट, नर्वस सिस्टम और फर्टिलिटी से रिलेटेड तकलीफ हो सकती हैं। लेकिन दवाई लेने के सही समय का और सही तरीके का ध्यान रखना बहुत जरूरी है ताकि इसका पूरा फायदा उठाया जा सके।
हमेशा खाली पेट ही दवा लेनी चाहिए
डॉक्टर हमेशा Thyroid Medicine को सुबह खाली पेट लेने की सलाह देते हैं। थायराइड मेडिसिन खाली पेट हीं अपना काम करता है और इसे आपको सप्ताह के हर दिन लेना पड़ता है। अगर आप इसे खाना खाने के बाद लेते हैं तो हमारा शरीर दवाई को पूरी तरह से एबसार्ब नहीं कर पाता और इसका असर नहीं होता है। डॉक्टरों का कहना है कि थायराइड मेडिसिन एक ही समय पर हमेशा सुबह खाली पेट लेनी चाहिए। इसको किसी भी रूप में गैप नहीं करना है। यानी रोजाना लेना है। बेहतर होगा कि आप नाश्ते से आधे या 1 घंटे पहले खाली पेट में पानी के साथ इसे लें। चाय या कॉफी के साथ इस मेडिसिन को नहीं लेना चाहिए। चाय या काफी के साथ लेने पर इसका प्रभाव कम हो जाता है। डॉक्टर यह भी कहते हैं कि थायराइड मेडिसिन के साथ किसी दूसरी तरह की दवाइयां भी नहीं लेनी चाहिए।
वजन घटने या बढ़ने से दवाओं में भी होता है बदलाव
Thyroid का डोज आपके हार्मोनल बदलाव के अनुसार समय-समय पर बदलता रहता है। कई बार ऐसा होता है कि लोगों को बहुत लंबे समय तक यह दवाई लेने की जरूरत होती है। यह सब डॉक्टर आपकी हालत देखकर बता पाएंगे। कभी वजन बढ़ने या घटने या इनफर्टिलिटी की स्थिति होने पर भी डॉक्टर आपको कुछ दूसरी सलाह दे सकते हैं। हालांकि कहा जाता है कि थायराइड का अभी तक दुनिया में कंप्लीट इलाज नहीं है। यानी लंबे वक्त तक दवा खाकर ही काम चलाना पड़ता है, लेकिन आयुर्वेद और होम्योपैथ तथा योग आदि का सहारा लेकर इससे निजात पाया जा सकता है।
कई बार बच्चे के जन्म के बाद महिलाओं को इस तरह की दवाइयों को लेने की जरूरत पड़ती है। कुछ ऐसी दिक्कतें हैं जो महिलाओं में होती हैं। तब उन्हें लंबे समय तक इस तरह की दवाइयां खाने की जरूरत पड़ती है। डाक्टरों का कहना है कि हार्मोनल कंडीशन बिगड़ने पर बीमारी थोड़ी दिक्कत पैदा करती है। इसलिए डॉक्टर के बताए अनुसार ही दवा खाएं और उसमें किसी भी तरह की अपने बदलाव नहीं करें।