Tiger in UP village: 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पिंजरे में कैद, बाघिन की गर्जना सुनकर गांव के लोग डरे, देखें वायरल वीडियो
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 26, 2023 04:18 PM2023-12-26T16:18:49+5:302023-12-26T16:19:32+5:30
Tiger in UP village: बाघ संरक्षित क्षेत्र के उपनिदेशक नवीन खंडेलवाल ने बताया कि मंगलवार को लगभग 11:00 बजे मादा बाघ को सकुशल पिंजरे मे कैद कर लिया गया।
Tiger in UP village: पीलीभीत जिले के ग्रामीण इलाके में एक मकान की दीवार पर डेरा जमाने वाली बाघिन (मादा बाघ) को 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पिंजरे में कैद कर लिया गया। वन विभाग के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
बाघ संरक्षित क्षेत्र के उपनिदेशक नवीन खंडेलवाल ने संवाददाताओं को बताया कि मंगलवार को लगभग 11:00 बजे मादा बाघ को सकुशल पिंजरे मे कैद कर लिया गया। उन्होंने कहा कि उसे बेहोश करने के लिए कुल चार डॉट (विशेष गन के जरिये दिया जाने वाला बेहोशी का इंजेक्शन) चलाये गये।
A tiger on a wall. But it’s real. The most difficult thing in such situation is to control humans not the wildlife. Scene is from nearby area of Pilibhit. Via @KanwardeepsTOIpic.twitter.com/IE8eXS1Brm
— Parveen Kaswan, IFS (@ParveenKaswan) December 26, 2023
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार बाघ संरक्षित क्षेत्र की माला रेंज से चार किलोमीटर दूर स्थित अटकोना गांव में बाघिन ने दस्तक दी। गांव के रहने वाले किसान सुखविंदर सिंह सोमवार रात को परिवार संग सो रहे थे। कुछ दूरी पर उनकी कार खड़ी हुई थी। देर रात 12 बजे के बाद बाघिन ने उनकी कार पर छलांग लगाने के साथ जोर से दहाड़ा।
पीलीभीत में यह बाघ जंगल से निकलकर भटकता हुआ गाँव में पहुंच गया, जहां इसे देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई.
— Priya singh (@priyarajputlive) December 26, 2023
जगलों को ऐसे ही काटा जाता रहेगा तो जंगली जीव हमारे बीच आएंगे ही.
pic.twitter.com/9cV14vaIZN
बाघिन की गर्जना सुनकर परिवार के लोग डर गये, टार्च जलाकर देखा तो मकान की दीवार पर उसे बैठी देखा। इसके बाद परिवार के लोगों ने शोर मचाना शुरू किया तो वहां काफी भीड़ एकत्र हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस और वन विभाग की टीम भी वहां पहुंच गई। मंगलवार सुबह तक बाघिन दीवार पर डेरा जमाए रही।
इसके बाद वन विभाग की टीम ने उसे बचाने का अभियान शुरू किया। इस कवायद के तहत डॉक्टर दक्ष ने पहला डॉट चलाया जो किसी कारण बस उसे नहीं लगा। इसके आठ मिनट बाद दूसरा डॉट चलाया गया जो उसे लगा, लेकिन बाघिन ने उसे अपने मुंह से निकाल दिया।
Uttar Pradesh : The tiger, which came out of the Tiger Reserve forest in Pilibhit district and reached Atkona village in the night, is still resting on the wall of the Gurudwara. A huge crowd has gathered to see the Tiger. A security cordon has been created by the Forest… pic.twitter.com/lvGWH7VHmb
— All India Radio News (@airnewsalerts) December 26, 2023
तीसरा डॉट भी उसे नहीं लगा। अंत में चौथा डॉट उसे लगा और इसके बाद बाघिन दीवार से उतरकर कुछ देर तक लड़खड़ाते हुए चली और फिर बेहोश हो गई। बेहोश होने के बाद बाघिन को पिंजरे में कैद कर वन विभाग की टीम अपने साथ ले गई। इस दौरान मौके पर लोगों की भारी भीड़ दिखी।
इस बीच एक ग्रामीण बाघिन के नजदीक जाकर उसे धक्का देने लगा जिसे पुलिसकर्मियों ने हटाया। लोगों ने बाघिन का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी सार्वजनिक कर दिया। पिछले कई दिनों से बाघों का ‘पीलीभीत बाघ संरक्षित क्षेत्र’ से सटे आबादी वाले इलाकों में पहुंचने का सिलसिला जारी है।