Watch: यूपी के छात्रों ने 'रावण' का पुतला जलाने का खोजा स्मार्ट तरीका, मोबाइल फोन के जरिए पुतले में लगाई आग
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 4, 2022 10:47 AM2022-10-04T10:47:53+5:302022-10-04T10:50:52+5:30
एएनआई द्वारा साझा किए गए क्लिप में रावण का पुतला एक तार के माध्यम से किसी अन्य डिवाइस से जुड़ा हुआ दिखाई देता है, जिसे कुछ दूरी पर रखा जाता है। जैसे ही छात्र बटन दबाता है, एक 'बूम' की आवाज सुनाई देती है...
गोरखपुरः उत्तर प्रदेश में कुछ छात्रों ने दशहरे से पहले रावण के पुतले को जलाने का एक नया तरीका खोजा है। समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में प्रौद्योगिकी और प्रबंधन संस्थान में बी.टेक छात्रों ने मोबाइल फोन की मदद से पुतला जलाने का यह स्मार्ट तरीका खोजा है। छात्रों ने एक डेमो वीडियो भी शेयर किया गया है। छात्रों में से एक - अपने प्रोफेसरों के मार्गदर्शन में - एक बटन के क्लिक पर सेकंड के भीतर कुछ फीट लंबे 'रावण' के पुतले को आग लगाते हुए देखा जा सकता है।
एएनआई द्वारा साझा किए गए क्लिप में रावण का पुतला एक तार के माध्यम से किसी अन्य डिवाइस से जुड़ा हुआ दिखाई देता है, जिसे कुछ दूरी पर रखा जाता है। जैसे ही छात्र बटन दबाता है, एक 'बूम' की आवाज सुनाई देती है, जिसके बाद पुतला कुछ ही सेकंड में धुएं और आग की लपटों में ढक जाता है।
#WATCH उत्तर प्रदेश: गोरखपुर के इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट के B. Tech के छात्रों ने मोबाइल फोन के माध्यम से 'रावण' का पुतला जलाने का एक स्मार्ट तरीका खोजा है। (3.10) pic.twitter.com/2TIqseUrTE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 3, 2022
मालूम हो कि दशहरा के दिन रावण, कुंभकरण और पुत्र मेघनाद के पुतले जलाने की परंपरा है जिसे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। देशभर में कारीगरों द्वारा इनके रंगीन पुतले तैयार किए जाते हैं। रावण को जलते हर कोई देखना चाहता है। शहरों में कई गली मोहल्लों में लोग रावण जलाते हैं।
दो साल के अंतराल के बाद इतने बड़े स्तर पर दुर्गा पूजा और दशहरा को लोग सेलिब्रेट कर रहे हैं। यही कारण है कि इस साल पुतलों की मांग बढ़ गई है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने एक रिपोर्ट में कहा कि कारीगरों ने पूर्व-कोविड समय में प्रति विक्रेता लगभग 60-100 टुकड़ों से उत्पादन घटाकर 20-30 टुकड़े कर दिया है।