सामने आ गया वाराणसी के 'नेपाली शख्स' के मुंडन कांड का राज, पैसों के लिए युवक ने रचा था सारा स्वांग
By पल्लवी कुमारी | Published: July 19, 2020 09:16 AM2020-07-19T09:16:07+5:302020-07-19T09:16:07+5:30
वाराणसी एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि अरुण पाठक नाम के व्यक्ति ने एक वाराणसी शख्स को नेपाली व्यक्ति बताकर सिर मुंडवाने और आपतिजनक नारेबाजी का वीडियो अपने फेसबुक अकाउंट से वायरल किया था। अरुण पाठक हिन्दूवादी संगठन का है।
वाराणसी: नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के अयोध्या को लेकर दिए बयान के बाद वाराणसी में हिन्दूवादी संगठन द्वारा नेपाली युवक के सिर मुंडवाने की खबर आई थी। इस मामले में वाराणसी पुलिस ने अब चौंकाने वाला खुलासा किया है। वाराणसी पुलिस के मुताबिक जिस युवक का सिर मुंडवाया गया था वह नेपाल का रहने वाला था ही नहीं। पुलिस ने दावा किया है कि वह शख्स भारतीय है और उसका जन्म वाराणसी में ही हुआ है।
पुलिस ने बताया शख्स का आधार कार्ड और वोटर आईडी कार्ड भी उत्तर प्रदेश के वाराणसी का है। पुलिस ने बताया युवक पहले से ही आरोपियों को जानता था। सिर मुंडन करवाने के लिए युवक ने एक हजार रुपये भी लिए थे। जिन लोगों ने शख्स का मुंडन किया वह पहले से उसे जनाता था। शख्स के सिर पर मुंडन कर जय श्री राम लिखा हुआ था। जिसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी।
मुंडन कराने वाले शख्स के माता-पिता सरकारी नौकरी में थे
वाराणसी के एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में दिख रहे शख्स से हमारा संपर्क हुआ। वह शख्स वाराणसी में ही रहता है और जल संस्थान की सरकारी कॉलोनी में उसका घर है। युवक के पिता और माता दोनों ही सरकारी नौकरी में थे।
अमित पाठक बताया कि युवक ने पूछताछ में कहा कि उन व्यक्तियों के कहने पर वह उनके साथ गया और वीडियो को बनवाने के लिए 1000 रुपये भी मिले। अमित पाठक ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम में और सबूत जुटाए जा रहे हैं।
यहां पढ़ें वाराणसी के एसएसपी अमित पाठक का पूरा बयान
वाराणसी के एसएसपी अमित पाठक ने कहा, ''16 जुलाई 2020 की शाम को, अरुण पाठक नामक व्यक्ति ने एक वीडियो अपलोड किया था। वीडियो पर संज्ञान लिया गया और भेलूपुर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया। वीडियो में एक पड़ोसी देश (नेपाल) और उसके राजनीतिक लोगों के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी। मामले में अब तक कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है, चार को पहले गिरफ्तार किया गया था और दो लोगों को शनिवार (18 जुलाई) को गिरफ्तार किया गया था। अरुण पाठक नामक व्यक्ति घटना में मुख्य आरोपी है। शनिवार (18 जुलाई) को हम उस व्यक्ति (जिसका सिर मुंडवाया गया था) से संपर्क करने में कामयाब रहे, जो वीडियो में दिख रहा है। यह व्यक्ति वाराणसी में ही रहता है। जल संस्थान सरकारी कॉलोनी में उनका एक घर है। उनके माता-पिता जल विभाग के कर्मचारी थे। वर्तमान में, उनके भाई विभाग में कार्यरत हैं। वह व्यक्ति (जिसका सिर मुंडवाया गया था) भारत का एक पंजीकृत मतदाता है और उसके पास आधार कार्ड है। वह वाराणसी में पैदा हुआ है। उसने हमें बताया कि आरोपियों की बात में आकर वह उनके साथ गया और उन्होंने उसे वीडियो बनाने के लिए 1000 रुपये भी दिए।''
जानें क्या था पूरा मामाला
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के अयोध्या को लेकर दिए बयान को लेकर वाराणसी में एक हिन्दूवादी संगठन ने गंगा किनारे एक नेपाली युवक का मुंडन करके उसके सिर पर जय श्री राम लिखवा दिया था। इतना ही नहीं युवक का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया गया। इस दौरान नेपाली युवक से ओली के खिलाफ नारे भी लगवाए गए थे। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी। नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली ने दावा किया था कि भगवान श्रीराम का जन्म नेपाल में हुआ था।