लखीमपुर हिंसा के आरोपी आशीष मिश्रा के लिए जेल में भी खास इंतजाम! ट्विटर पर ट्रेंड हुआ मुजरिम_है_VIP_नहीं
By विनीत कुमार | Published: May 2, 2022 11:20 AM2022-05-02T11:20:23+5:302022-05-02T11:20:23+5:30
लखीमपुर खीरी में किसानों पर कार चढ़ाने के मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को जेल में मिल रहे वीवीआईपी ट्रीटमेंट की खबरों के बाद ट्विटर पर आज '#मुजरिम_है_VIP_नहीं' ट्रेंड कर रहा है।
लखीमपुर खीरी: किसान आंदोलन के दौरान पिछले साल उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों पर कार चढ़ाने के मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा एक बार फिर चर्चा में हैं। ट्विटर पर सोमवार सुबह से '#मुजरिम_है_VIP_नहीं' ट्रेंड कर रहा है। दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा 24 अप्रैल से जेल में हैं। इस दौरान भीषण गर्मी के बीच आशीष को जेल में वीवीआईपी ट्रीटमेंट मिलने की खबरें सामने आई हैं।
तीन दिन पहले दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया था कि लखीमपुर जेल में आशीष मिश्रा के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। इसमें खाने-पीने से लेकर अन्य इंतजाम शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार बैरक में आशीष मिश्रा के लिए चार कूलर लगवाए गए हैं और स्पेशल पान भी बाहर से मंगाया जा रहा है। आशीष मिश्रा को अन्य बंदियों से अलग रखा गया है और नए गद्दे और चादर की व्यवस्था की गई।
ट्विटर पर ट्रेंड हुआ '#मुजरिम_है_VIP_नहीं'
आशीष मिश्रा को वीवीआईपी ट्रीटमेंट दिए जाने संबंधी खबरों के बीच ट्विटर पर यूजर्स जमकर इसकी आलोचना कर रहे हैं।
#मुजरिम_है_VIP_नहीं mug rim hai koi VIP nahi 😠😠 pic.twitter.com/Ot1oXWZLMd
— dalchand Gaurav (@DalchandGaurav) May 2, 2022
इसे यूपी की जेल से निकालकर बंगाल या पंजाब की जेल मे भेजना चाहिए। #मुजरिम_है_VIP_नहींpic.twitter.com/eze1MjlRMe
— Ajay Jaat (@Ajay_Thind_) May 2, 2022
Ashish Mishra, the son of Union Minister of State for Home Ajay Mishra is the main accused in the killing of 4 farmers & a journalist in #LakhimpurKheri last October but he is enjoying life inside cellar like a celebrity.#मुजरिम_है_VIP_नहींpic.twitter.com/OfKAQrgExH
— Nisha Saxena (@Saxena_Nish01) May 2, 2022
Kisan mazdoor ekat zindabaad #मुजरिम_है_VIP_नहींpic.twitter.com/UzgWj8sUCs
— ਦੀਪ ਸਿੰਘ ਪੰਜਾਬੀ💖⚔️ (@Deep6886) May 2, 2022
बता दें कि पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट ने आशीष मिश्रा को इलाहाबाद हाई कोर्ट द्वारा दी गई जमानत सोमवार को रद्द कर दी थी। उच्चतम न्यायालय ने कहा था कि उच्च न्यायालय ने अप्रासंगिक विवेचनाओं को ध्यान में रखा और प्राथमिकी की सामग्री को अतिरिक्त महत्व दिया।
पिछले साल तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में हिंसा के दौरान आठ लोग मारे गए थे। यह हिंसा तब हुई थी जब किसान उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के इलाके के दौरे का विरोध कर रहे थे।
उत्तर प्रदेश पुलिस की प्राथमिकी के अनुसार, एक वाहन जिसमें आशीष मिश्रा बैठे थे, उसने चार किसानों को कुचल दिया था। घटना के बाद गुस्साए किसानों ने वाहन चालक और दो भाजपा कार्यकर्ताओं को कथित तौर पर पीट-पीट कर मार डाला था। इस दौरान हुई हिंसा में एक पत्रकार की भी मौत हो गई थी।