सिर्फ एक तस्वीर की वजह से मध्यप्रदेश सरकार उठाएगी 18 करोड़ रुपए का नुकसान, शिवराज से है कनेक्शन
By भाषा | Published: January 8, 2019 02:22 AM2019-01-08T02:22:33+5:302019-01-08T02:22:33+5:30
मध्यप्रदेश के कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने शुक्रवार को कहा, ‘‘राज्य सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के फोटो वाले स्मार्ट कार्ड निरस्त करने के आदेश दिए हैं।’’ उन्होंने कहा कि अब राज्य सरकार नए कार्ड जारी करेगी, जिसमें किसी भी नेता-मंत्री का फोटो नहीं होगा।
मध्य प्रदेश में हाल ही में सत्ता में आई कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने संबल योजना के तहत दिये जाने वाले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के फोटो वाले स्मार्ट कार्ड निरस्त कर दिए हैं। इस फैसले के बाद से ही ये खबर सोशल मीडिया पर काफी वायरल होने लगी है।
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने शुक्रवार को कहा, ‘‘राज्य सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के फोटो वाले स्मार्ट कार्ड निरस्त करने के आदेश दिए हैं।’’ उन्होंने कहा कि अब राज्य सरकार नए कार्ड जारी करेगी, जिसमें किसी भी नेता-मंत्री का फोटो नहीं होगा।
सलूजा ने बताया, ‘‘चौहान के फोटो वाले इन स्मार्ट कार्डों की छपाई पर तत्कालीन प्रदेश सरकार ने करीब 18 करोड़ रुपये खर्च किए थे। चौहान ने अपनी पब्लिसिटी के इन कार्डों पर अपनी फोटो छपवाई थी।’’ प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष विजेश लुनावत ने आरोप लगाया है कि कांग्रेसनीत मध्य प्रदेश सरकार गरीबों के लिए हमारे द्वारा चलाई गई संबल योजना को बंद कर रही है।
मालूम हो कि चौहान के नेतृत्व वाली पूर्व भाजपा सरकार ने जून 2018 में ‘मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना’ शुरू की थी, जिसके तहत श्रम विभाग ने राज्य के सभी जिलों में कामकाजी और असंगठित मजदूरों का रजिस्ट्रेशन किया था और उन्हें ये कार्ड जनपद पंचायत के माध्यम से बांटे जाने थे। लेकिन, पिछले साल 28 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लग जाने से इनको बांटा नहीं जा सका था।