सारा ज्ञान गूगल पर नहीं मिलता, ऐंकर ने रामचरितमानस विवाद पर घेरा तो मंत्री चंद्रशेखर ने किया पलटवार- सारी सच्ची खबर अब मीडिया में नहीं दिखती
By अनिल शर्मा | Published: January 14, 2023 03:00 PM2023-01-14T15:00:20+5:302023-01-14T16:07:54+5:30
ऐंकर के साथ बिहार के मंत्री के ट्विटर पर भिड़ने के बाद यूजर्स भी इसमें खूब प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ ने ऐंकर को घेरा तो कुछ ने शिक्षा मंत्री को उनके बयान पर नाराजगी जाहिर की।
बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने रामचरितमान को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ कहकर सियासी पारे को बढ़ा दिया है। इस विवादित बयान को लेकर ना सिर्फ भाजपा द्वारा बल्कि जदयू और टीवी डिबेट में भी आलोचना हो रही है। इसी मुद्दे को लेकर एक टीवी डिबेट में ऐंकर ने बिहार की शिक्षा की स्थिति को दर्शाते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पर हमला बोला।
आज तक की ऐंकर चित्रा त्रिपाठी इस क्लिप को शेयर करते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पर तंज कसते हुए लिखा- बिहार के शिक्षा मंत्री कृपया ध्यान दें- 'सारा ज्ञान गूगल पर नहीं मिलता।' चित्रा त्रिपाठी के इस तंज पर बिहार के मंत्री ने भी पलटवार करते हुए उन्हें निशाने पर लिया। राजद नेता ने कहा कि 'नोएडा की पत्रकार कृपया ध्यान दें- सारी सच्ची खबर अब मीडिया में नहीं दिखती। बिकाऊ मीडिया'।
नोएडा की पत्रकार कृपया ध्यान दें-
— Prof. Chandra Shekhar (@ProfShekharRJD) January 13, 2023
सारी सच्ची ख़बर अब मीडिया में नहीं दिखती। #बिकाऊ_मीडिया
ऐंकर के साथ बिहार के मंत्री के ट्विटर पर भिड़ने के बाद यूजर्स भी इसमें खूब प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ ने ऐंकर को घेरा तो कुछ ने शिक्षा मंत्री को उनके बयान पर नाराजगी जाहिर की।
चित्रा त्रिपाठी ने 12 जनवरी को शो दंगल में यह कहते हुए शिक्षा मंत्री पर हमला बोला कि ''सवा लाख शिक्षकों का पद खाली है। 5418 स्कूलों के पास अपनी जमीन नहीं है। जमीन के अभाव में 1885 स्कूल बंद हो गए। 5 से 15 साल के 1 करोड़ बच्चे स्कूल नहीं जाते। 18 से 24 साल के छात्र 80 लाख में 24 लाख ही कॉलेज में हैं। ये कहानी है बिहार की। और बिहार के शिक्षा मंत्री रामचरितमानस के नाम पर झूठ परोस रहे हैं।''
एक यूजर ने चित्रा त्रिपाठी पर निशाना साधते हुए कहा, उम्मीद करता हूँ कि ऐसा ही एक आंकड़ा यूपी का भी देंगी। एक अन्य ने मंत्री से कहा- मंत्री जी प्रो. साहब, आपको शायद किसी ने बताया नहीं, लेकिन आप विशुद्ध डपोरशंख हैं। जिस राम से वंचितों को, आदिवासियों को, वनवासियों को हमेशा गले लगाया, उन्हें आत्मनिर्भर बनाया, उसी राम के चरित्र पर लिखी गई, मानस को गलत कह रहे हैं। फिर अपने बयान पर कायम भी हैं!
एक ने लिखा- अगर भाजपा राम जी से ज्यादा जुड़ा हुआ दिखाती है तो भाजपा को नीचा दिखाने के लिए हमारे #रामचरितमानस का अपमान करना कहां तक जायज है। नीतीश जी अगर कोई करवाई नही करते तो इसका साफ मतलब है, बोल नीतीश जी के हैं बस बोलने वाला मुह शिक्षा मंत्री का है।