पंजाब: बाढ़ क्षेत्र का दौरा करने के दौरान बाल-बाल बचे सीएम भगवंत मान, बीच मझधार में नाव पलटने से बची; घटना का वीडियो आया सामने
By अंजली चौहान | Updated: July 15, 2023 16:03 IST2023-07-15T16:00:02+5:302023-07-15T16:03:37+5:30
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की शुक्रवार को जालंधर में बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे के दौरान उनकी नाव को खतरनाक स्थिति का सामना करना पड़ा।

फोटो क्रेडिट- ट्विटर
जालंधर: पंजाब में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ से अभी भी लोगों को निजात मिलती नजर नहीं आ रही है। राज्य में कई जिलों में लोगों के घरों, खेतों में पानी भरा हुआ है जिससे जल-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। ऐसे में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करने पहुंचे हुए हैं।
भगवंत मान नाव में सवार होकर अधिकारियों के साथ जालंधर का दौरा करने पहुंचे। इस दौरान जैसे ही नाव तेज धार में पहुंची वह डगमगा गई। अचानक नाव का संतुलन बिगड़ने लगा और स्थिति खतरनाक हो गई।
हालांकि, नाव पर जल्द ही काबू पा लिया गया और कोई बड़ा हादसा होने से बच गया। इस खौफनाक मंजर का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
CM Bhagwant Mann narrowly escaped; The boat wobbled while taking stock of the flood in Jalandhar.#Flood#PunjabFlood#Punjab#AAP#CM#Floodspic.twitter.com/lxjb8uO9Sq
— Amit Singh 🇮🇳 (@KR_AMIT007) July 15, 2023
गौरतलब है कि घटना बीते शुक्रवार की है। मुख्यमंत्री के साथ इस दौरान राज्यसभा सदस्य संत बलवीर सिंह सीचेवाल भी थे।जैसे ही नाव तेज धारा में चली गई, अत्यधिक भीड़ के कारण नाव अनियंत्रित हो गई, जिससे नाव पर सवार लोगों की जान खतरे में पड़ गई।
गनीमत ये रही कि सीचेवाल ने तेजी से कमान संभाली और नियंत्रण हासिल कर लिया, जिससे संभावित आपदा टल गई। घटना का वीडियो इंटरनेट पर सामने आया है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि नाव पर क्षमता से अधिक लोगों से भरे हुए हैं। जल्द ही यह दोनों ओर से इधर-उधर गिरने लगता है। नाव के इंजन के पिछले हिस्से से काला धुआं निकल रहा है। सौभाग्य से, नाव ने अपना संतुलन बना लिया और इस घटना में किसी को चोट नहीं आई।
इस बीच प्रशासनिक अधिकारियों ने दूर से ही डराने वाले घटनाक्रम को देखा। तनावपूर्ण स्थिति के बावजूद, मोटरबोट का चालक कुशलतापूर्वक दूसरी ओर चला गया, जिससे उपस्थित नेताओं और अधिकारियों को राहत मिली।
घटना के तुरंत बाद, यह पता चला कि नाव में सुरक्षित रूप से बैठाए जाने की क्षमता से अधिक यात्री भरे हुए थे। अत्यधिक भार के कारण नाव में यांत्रिक समस्याएँ उत्पन्न हो गईं।
ऐसी यात्राओं से पहले, प्रशासनिक अधिकारी आमतौर पर मोटरबोट की क्षमता का आकलन करते हैं और यात्री सीमा का पालन सुनिश्चित करते हैं। हालाँकि, इस उदाहरण में, ऐसा लगता है कि नाव पर अनुमत लोगों की संख्या को उचित रूप से विनियमित नहीं किया गया था।