असम-बिहार बाढ़ पर प्रियंका गांधी ने किया ट्वीट, पर शेयर कर दी पुरानी तस्वीरें, यूजर्स ने पकड़ ली गलती
By विनीत कुमार | Published: July 20, 2020 02:32 PM2020-07-20T14:32:17+5:302020-07-20T14:32:17+5:30
प्रियंका गांधी ने असम, बिहार और यूपी के कई क्षेत्रों में आई बाढ़ पर चिंता जताते हुए ट्वीट किया। हालांकि, उन्होंने जो तस्वीर अपने ट्वीट के साथ शेयर किया वो पुरानी हैं।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने बिहार, असम और उत्तर प्रदेश में बाढ़ की स्थिति को लेकर दो तस्वीरों के साथ एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने कांग्रेस के स्थानीय कार्यकर्ताओं और नेताओं से अपील की है कि इन राज्यों में बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद करें। प्रियंका ने जो दो तस्वीरें ट्वीट की है, उसमें बाढ़ की भयावह स्थिति नजर भी आ रही हैं। इसमें घर और खेत बाढ़ के पानी में डूबे हुए नजर आ रहे हैं।
वहीं, दूसरी तस्वीर में एक शख्स गर्दन तक पानी में डूबा हुआ है और हाथ में डंडा लिए किनारे की ओर जाने का प्रयास कर रहा है। इस शख्स का दूसरा हाथ एक तैरने वाली चीज को पकड़े हुए है, जिस पर कुछ अनाज और दूसरे जरूरत के सामान है। हालांकि, प्रियंका ने जो दोनों तस्वीरें शेयर की हैं, वे पुरानी हैं। इनका बाढ़ के मौजूदा हालात से कोई लेना-देना नहीं है।
असम, बिहार और यूपी के कई क्षेत्रों में आई बाढ़ से जनजीवन अस्त व्यस्त है। लाखों लोगों पर संकट के बादल छाए हुए हैं।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 20, 2020
बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए हम तत्पर हैं। मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं व नेताओं से अपील करती हूं कि प्रभावित लोगों की मदद करने का हर संभव प्रयास करें। pic.twitter.com/RiOMe5R0D3
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार इस ट्वीट में एक तस्वीर साल 2019 की है जबकि दूसरी तस्वीर साल 2017 की है। पहली तस्वीर पीटीआई की है। वहीं, दूसरी तस्वीर से जुड़ा एक आर्टिकल भी हिंदुस्तान टाइम्स के वेब पेज पर 31 अगस्त, 2017 का नजर आता है। साथ ही ये तस्वीर बिहार के अररिया जिले की बताई गई है।
ट्विटर यूजर्स ने भी प्रियंका गांधी के इस ट्वीट की गलती पकड़ ली और उन्हें याद दिलाया कि ये तस्वीरें पुरानी हैं। वहीं, कई यूजर्स ने गलत तस्वीर शेयर करने पर प्रियंका गांधी की आलोचना भी की।
The images you've used is from 2017 and 2019.
— Ankur Singh (@iAnkurSingh) July 20, 2020
This is what happens when you show Fake Sympathy on Twitter instead of actually helping people. pic.twitter.com/30kKWJqa0C
कांग्रेस के पास हाल के बाढ की तस्वीरें नहीं है, अपने कार्यकर्ताओं से मंगा नहीं सकती, वो लोगों की मदद क्या करेंगे। pic.twitter.com/6CrxBgZIIF
— Lä Lä 🇮🇳 (@Lala_The_Don) July 20, 2020
Same pictures shared in a news report in 2017https://t.co/qppgRiUXFh
— Kushal Bharat Bagadia (@KBBagadia) July 20, 2020
बता दें कि असम में बाढ़ संबंधी घटनाओं में कम से कम 84 लोगों की मौत हो गई है। राज्य के 33 जिलों में से 24 जिलों के करीब 25.29 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से सर्वाधिक 4.53 लाख लोग गोलपाड़ा में प्रभावित हुए हैं। बारपेटा में 3.44 लाख लोग और मोरीगांव में 3.41 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं बिहार में भी कम से कम 8 जिले बुरी तरह बाढ़ से प्रभावित हैं।