महात्मा गांधी की जयंती पर नंबर एक ट्र्रेंड कर रहा है '#गोडसे_अमर_रहें', कांग्रेस ने अमित शाह पर उठाए गंभीर सवाल
By पल्लवी कुमारी | Published: October 2, 2019 06:46 PM2019-10-02T18:46:47+5:302019-10-02T18:46:47+5:30
30 जनवरी 1948 को नई दिल्ली के बिड़ला भवन में नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का आज (2 अक्टूबर) को 150वीं जयंती है। आज पूरा देश उनकी 150वीं जयंती मना रहा है। ऐसे में सोशल मीडिया कैसे पीछे रह जाता है। ट्विटर पर महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को लेकर #GandhiJayanti, #GandhiAt150, #MahatmaGandhi #Bapu जैसे कई हैशटैग ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है। लेकिन इसी बीच नंबर पर '#गोडसे_अमर_रहें' ट्रेंड कर रहा है। इस हैशटैग के साथ ट्विटर पर लोगों की दो तरह की प्रतिक्रिया है। एक तबका नाथूराम गोडसे के पक्ष में है तो दूसरा उसके खिलाफ।
30 जनवरी 1948 को नई दिल्ली के बिड़ला भवन में गांधी जी की नाथूराम गोडसे ने गोली मारी थी। नाथूराम गोडसे कट्टर हिन्दू समर्थक थे। नाथूराम गोडसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पुणे से पूर्व सदस्य थे। गोडसे का मानना था कि भारत विभाजन के समय गांधी जी ने भारत और पाकिस्तान के मुसलमानों के पक्ष का समर्थन किया था।
'#गोडसे_अमर_रहें' हैशटैग के साथ लोग कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रतिक्रिया आने के बाद ज्यादा ट्वीट कर रहे हैं। कांग्रेस ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, ''गांधी जी की 150 वीं जयंती पर हमें अपने आप से एक कठिन लेकिन महत्वपूर्ण प्रश्न पूछना चाहिए, क्या हमारा सरकार अभी भी गांधी के भारत का प्रतिनिधित्व करती है या यह अब गोडसे के समान है? क्या आपको नहीं लगता है गृह मंत्री अमित शाह का ये भाषण इसे स्पष्ट करता है।''
On Gandhiji's 150th birth anniversary we must ask ourselves a difficult but important question: Does our govt still represent Gandhi's India or does it more closely resemble Godse's now?
— Congress (@INCIndia) October 2, 2019
HM Amit Shah's speech makes it abundantly clear. #GandhiJayantihttps://t.co/bEF52dWqVR
देखिए लोग कैसी-कैसी प्रतिक्रिया दे रहे हैं...
एक यूजर ने लिखा जो लोग भी #गोडसे_अमर_रहें के समर्थन में ट्वीट कर रहे हैं वो लोग आतंकवादी हैं।
Those who are tweeting in favor of #गोडसे_अमर_रहें are all terror apologists, supporting terrorist Nathuram Godse. These people are no different than the terrorists based in Pakistan and are enemies of India!
— Gaurav Pandhi (@GauravPandhi) October 2, 2019
RT if you agree & let these termites know!
एक यूजर ने लिखा, ''देश का बँटवारा होने के बाद गाँधी को कोई नहीं पूछता था। वह इस तरह की उल जलूल बयान बाज़ी करके अपनी ओर जनता का ध्यान खींचना चाहते थे। नेहरू ने भी उनसे अपना दरकिनार कर लिया था। गांधी जी को मार कर गोडसे ने उनको अमर कर दिया।''
देश का बँटवारा होने के बाद गाँधी को कोई नहीं पूछता था।
— Rishi Bagree ऋषि 🇮🇳 (@rishibagree) October 2, 2019
वह इस तरह की उल जलूल बयान बाज़ी करके अपनी ओर जनता का ध्यान खींचना चाहते थे।
नेहरू ने भी उनसे अपना दरकिनार कर लिया था।
गाँधी को मार कर गोडसे ने उनको अमर कर दिया https://t.co/B5YzTTOtuV
वहीं एक यूजर का कहना है कि, लाल बहादुर शास्त्री जी के हत्या करने वाली इंदिरा अगर अमर है तो फिर गोडसे क्यों नहीं?
#LalBahadurShastri जी के हत्या करने वाली इंदिरा अगर अमर है तो फिर गोडसे क्यों नहीं !#गोडसे_अमर_रहें
— Sunil Raja 🇮🇳 (@fab_sunil) October 2, 2019
एक यूजर ने लिखा, मैं नहीं चाहती की नाथूराम गोडसे अमर रहे।
What Gandhiji have done then is something like a little spark, led it as far as possible with harmony avoiding violence. #GandhiJayanti
— مصدق (@IamMusaddique) October 2, 2019
मैं नही चाहता के #गोडसे_अमर_रहेंpic.twitter.com/BMlsYYSGE3
Nehru Gandhi Duo could have avoided the the hanging of the great Martyrs Bhagat Singh Rajguru And Sukhdev #गोडसे_अमर_रहेंpic.twitter.com/WlfcM0mmfR
— ProudIndian (@IVjGupta) October 2, 2019
Gandhi be like😂#गोडसे_अमर_रहेंpic.twitter.com/qEjQ02VSGa
— Bhumkar Dinesh (@BhumkarDinesh) October 2, 2019
On watching #गोडसे_अमर_रहें trend on Twitter, Gandhi be like..👇 pic.twitter.com/fCVL7oyeJm
— RWbasher (@Tu95_B52) October 2, 2019
If proper investigation was conducted of that govt. Godse would have been the Respected Freeman #गोडसे_अमर_रहेंpic.twitter.com/99TtzZ6OU8
— ProudIndian (@IVjGupta) October 2, 2019