धार्मिक कट्टरता पर बोल कर ट्रोल हुए नसीरुद्दीन शाह, लोगों ने कहा- 'इतना डर है तो महागठबंधन में चले जाइए'
By पल्लवी कुमारी | Published: December 21, 2018 01:53 PM2018-12-21T13:53:48+5:302018-12-21T13:53:48+5:30
नसीरुद्दीन शाह का अपने बच्चों के लिए भयभीत होना 2015 में आमिर खान द्वारा असहिष्णुता पर दिए गए बयान की ही तरह है।
बुलंदशहर हिंसा पर बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने विवादित बयान देकर चर्चा में आ गए हैं। सोशल मीडिया चाहे वो ट्विटर हो या फेसबुक हर तरफ उनके बयान सुर्खियों में है।
एक चैनल से बात करते हुए नसीरुद्दीन शाह ने कहा, आज देश में पुलिस ऑफिसर की मौत से ज्यादा गौ हत्या की अहमियत है। गौरतलब है कि नसीरुद्दीन शाह का ये पूरा बयान बुलंदशहर हिंसा में पुलिस इंसपेक्टर सुबोध कुमार सिंह के मौत के ऊपर था।
ट्विटर पर नसीरुद्दीन शाह के बयान के एक दिन बाद 21 दिसम्बर को #नसीरुद्दीनशाह टॉप ट्रेंड है। इस हैशटैग #नसीरुद्दीनशाह के साथ लोग बॉलीवुड अभिनेता की जमकर आलोचना कर रहे हैं। लेकिन वहीं कुछ लोग उनके समर्थन में भी कह रहे हैं।
ट्विटर पर अशोक कपूर नाम के यूजर ने लिखा है, ''देश का आम मुसलमान आज मजे से पंक्चर लगा रहा है, खा पी रहा है, देश की जनसंख्या वृद्धि में बढ़-चढ़ कर सहयोग कर रहा है, तलाक दे रहा है, हलाला कर रहा है और सख्त सुरक्षा में रहने वाले करोड़पति मुसलमानों को डर लग रहा है।''
देश का आम मुसलमान मज़े से पंक्चर लगा रहा है, खा पी रहा है, देश की जनसंख्या वृद्धि में बढ़ चढ़ कर सहयोग कर रहा है, तलाक दे रहा है, हलाला कर रहा है और सख्त सुरक्षा में रहने वाले करोड़पति मुसलमानों को डर लग रहा है यहां #नसीरुद्दीनशाह#हामिदअंसारी#BhaiVsBhai
— 🇮🇳 Ashok Kapoor 🇮🇳 (@kapoorashok25) December 20, 2018
वहीं, हरियाणा के स्वास्थ्य और साइंस-टेक्नोलॉजी अनिल विज ने हैशटैग #नसीरुद्दीनशाह के साथ लिखा, ''#नसीरुद्दीनशाह जी हम #गाय को भी उतना ही महत्व देते हैं जितना इंसान को। अगर आप भी गाय को उतना ही महत्व देने लग जाएं तो आप की चिंताओं का अपने आप समाधान हो जाएगा।''
#नसीरुद्दीनशाह जी हम #गाय को भी उतना ही महत्व देते हैं जितना इंसान को । अगर आप भी गाय को उतना ही महत्व देने लग जाएं तो आप की चिंताओं का अपने आप समाधान हो जाएगा ।
— ANIL VIJ MINISTER HARYANA (@anilvijminister) December 21, 2018
इसके अलावा कुछ यूजर ने नसीरुद्दीनशाह फर फनी कमेंट भी किया है। एक यूजर ने लिखा है, ''नसीरुद्दीन की बातों से एक सीख हमसबको मिलती है...अपने बच्चो से कहे रोज हनुमान चालीसा पढ़े, डर नहीं लगेगा।"
नसीरुद्दीन की बातों से एक सीख हमसबको मिलती है
— गब्बर सिंह ( सुअर झुंड में आते है, शेर अकेला) (@IntolerantMano2) December 21, 2018
अपने बच्चो से कहे रोज हनुमान चालीसा पढ़े, डर नही लगेगा 🤧🤧🤣#नसीरुद्दीनशाह
वहीं पत्रकार रोहित सरदाना ने लिखा है, ''एक तरफ़ हामिद अंसारी है- छः साल पाकिस्तान की जेल में बिता के लौटा तो देश ने ऐसा प्यार दिया की ताउम्र याद रहे. दूसरी तरफ़ नसीरुद्दीन शाह हैं, ताउम्र देश ने प्यार किया फिर भी कह रहे हैं यहाँ डर लगता है!''
एक तरफ़ हामिद अंसारी है- छः साल पाकिस्तान की जेल में बिता के लौटा तो देश ने ऐसा प्यार दिया की ताउम्र याद रहे. दूसरी तरफ़ नसीरुद्दीन शाह हैं, ताउम्र देश ने प्यार किया फिर भी कह रहे हैं यहाँ डर लगता है!
— रोहित सरदाना (@sardanarohit) December 20, 2018
एक यूजर ने लिखा है, ''#नसीरुद्दीनशाह को अगर इतना ही डर लग रहा है
तो उन्हे #महागठबंधन में चले जाना चाहिए, आजकल सारे डरे हुए वहीं जा रहे है।''
#नसीरुद्दीनशाह को अगर इतना ही डर लग रहा है
— Sanjana Pandey (@Sanjana_IND) December 21, 2018
तो उन्हे #महागठबंधन में चले जाना चाहिए,
आजकल सारे डरे हुए वहीं जा रहे हैं.😄
देखिए कुछ और प्रतिक्रिया #नसीरुद्दीनशाह
जब 1993 मुम्बई बम ब्लास्ट हुए तो #नसीरुद्दीनशाह को डर नहीं लगा
— Sapna Choudhary (@SapnaChowdharyy) December 21, 2018
26/11 का मुम्बई आतंकी हमला हुआ तो #NaseeruddinShah को डर नहीं लगा
यह डर तो आपको 1984 के सिख दंगो के बाद लगना चाहीये था
यह डर आपको जब कश्मीरी पंडित मारे गए तब क्यों नहीं लगा?
कुछ भी कहो ड्रामा अच्छा कर लेते हैं
मीडिया ने जितना हंगामा #नसीरुद्दीनशाह के बयान पर कर रखा है...
— S.A.🌟 (@imSAkhan93) December 21, 2018
काश कि मीडिया इतनी ही लगन से देश के बाकी मुद्दे पर भी अपनी बिकी हुई ज़ुबाँ खोल पाता 😏#दलाल_मीडिया_बिकाऊ_मीडिया
#नसीरुद्दीनशाह को अब डर लग रहा है तो हम क्यों उसके डर को खत्म करना चाहते हैं।
— ज्ञानी बाबा (@munna_jha) December 20, 2018
विश्व में अमन-चैन के लिए ऐसे लोगों का डरना जरूरी है।
हमें उसके मन में और डर पैदा करना होगा आने वाले पीढ़ी के बेहतरी के लिए।
अब वो समय बदल चुका कि फिर से हिन्दू छला जाये,,
— Sunil Mishra 'Hindu' (@SunilMishraHin1) December 20, 2018
जिसको भारत स्वीकार नही वो पाकिस्तान चला जाये,,#नसीरुद्दीनशाह#NaseeruddinShah
क्यों क्या रोहिन्ग्या हो, पत्थरबाज हो? आतंकी हो?शेल कम्पनी चलाते हो, अर्बन-नक्सल हो? डिफॉल्टर हो, पाकिस्तान के लिए जासूसी करते हो? अगर नहीं तो फिर क्यों अचानक से डर लगने लगा तुमको #नसीरुद्दीनशाह ? ज़रा खुलकर अब अपना अजेंडा बता ही दो #सरफ़रोश के #गुलफाम_हसन !
— Meera Singh (@meeraremi11) December 20, 2018
चाइना गेट मूवी में अमरीश पुरी कहता है कि तेरा तो खून ही गंदा है बिल्कुल सही कहता है इतपाक से वह तुझे ही कहता है,, और आज यह बात सच होती दिखाई दे रही है इसमें कुछ भी गलत नहीं ।#नसीरुद्दीनशाह#NaseeruddinShah#NarendraModi@AmitShah@narendramodi@anjanaomkashyap@RohitSardpic.twitter.com/l4XQBAfvDA
— Manish kumar (@WhyManish) December 20, 2018
#नसीरुद्दीनशाह
— Salman Ali (@SalmanA77160495) December 21, 2018
जब प्रधानमंत्री मोदी को भारत मे जान का खतरा हो सकता है तो क्या नसरुद्दीन शाह को डर भी नही लग सकता ???#NaseeruddinShah@ela_mishra@I_bhikari@Ridzi_8136@SheeIaS@hindustani011@I_am_Anil_Tyagi@WasiuddinSiddi1@AliSohrab007pic.twitter.com/hgsGaQMG9S
आमिर, शाहरुख के बाद अब #नसीरुद्दीनशाह को भी भारत में डर लगने लगा है,#नसीरुद्दीनशाह जिस थाली में खाते हो, उसी में छेद करते हो,#NaseeruddinShah मेरा एक सलाह- आप अपने बच्चे को लेकर जितनी जल्दी हो सके पाकिस्तान चले जाओ , वहां पर आप और आपके बच्चे बिल्कुल सुरक्षित महसूस करेंगे।
— MD BABUDDIN(मोदी भक्त)🚩 (@babuddinwebmail) December 20, 2018
हिंदू #गाय को मां दर्जा देता है तो मुस्लिमों को उनकी श्रद्धा का सम्मान भी जरूरी है हिंदू बहुत अच्छी कौम है
— Nation First Pinku (@imPk_Lucknowi) December 21, 2018
डर अगर सियासत में हुक्मरानों की गुलामी के लिए है तो पाकिस्तान मौजूद हैं #नसीरुद्दीनशाह जैसे हजारों शांतिदूत भी 1 साथ भोंके तो देश व 100+ cr हिंदू को कोई फर्क नहीं पड़ता pic.twitter.com/dGBzTP7GXC
क्या दिया था नसीरुद्दीन शाह ने बयान
नसीरुद्दीन शाह ने कहा, ''हमने बुलंदशहर हिंसा में देखा कि आज देश में एक गाय की मौत की अहमियत पुलिस ऑफिसर की जान से ज्यादा होती है।''
नसीरुद्दीन शाह ने ये भी कहा कि इन दिनों समाज में चारों तरफ जहर फैल गया है। उन्होंने कहा, ''मुझे इस बात का डर लगता है कि अगर कही मेरे बच्चों को भीड़ ने घेर लिया और उनसे पूछा जाए कि तुम हिंदू हो या मुसलमान? मेरे बच्चों के पास इसका कोई जवाब नहीं होगा। आज पूरे समाज में हिन्दू मुस्लिम का जहर फिर से घुल गया है।''
नसीरुद्दीन शाह ने कहा, ‘मुझे बचपन में धार्मिक शिक्षा मिली थी। रत्ना (अभिनेता की पत्नी) एक प्रगतिशील घर की थी और उन्हें ऐसा कुछ नहीं मिला और हमने तय किया कि हम अपने बच्चों को धार्मिक शिक्षा नहीं देंगे क्योंकि मेरा मानना है कि किसी के अच्छे होने या बुरे होने का धर्म से कोई लेना देना नहीं है’
नसीरुद्दीन शाह का अपने बच्चों के लिए भयभीत होना 2015 में आमिर खान द्वारा असहिष्णुता पर दिए गए बयान की ही तरह है।