NASA के जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप ने खींची अरबों साल पहले के ब्रह्मांड की रंगीन तस्वीरें, दिखा अद्भुत नजारा
By विनीत कुमार | Published: July 12, 2022 08:07 AM2022-07-12T08:07:55+5:302022-07-12T08:16:44+5:30
NASA के शक्तिशाली जेम्स वेब टेलीस्कोप से ली गई एक तस्वीर जारी की गई है। ये अरबों साल पहले के आकाशगंगाओं की तस्वीर है। बिग बैंग के कई सालों बाद ब्रह्मांड का क्या स्वरूप था, ये उसकी तस्वीरें हैं।
वॉशिंगटन: अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के सबसे शक्तिशाली स्पेस टेलिस्कोप जेम्स वेब से ली गई पहली रंगीन फोटो रिलीज की गई है। ये अब तक की ब्रह्मांड की सबसे हाई रिजॉल्यूशन वाली पहली रंगीन तस्वीर है। यह तस्वीर ब्रह्मांड के अब तक के सबसे गहरे, सबसे विस्तृत इंफ्रारेड व्यू को समेटे हुए हैं। इसमें आकाशगंगाओं से आने वाले प्रकाश हैं जिसे हम तक पहुंचने में कई अरब साल लगे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस रंगीन तस्वीर को लेकर व्हाइट हाउस ब्रीफिंग में खुलासा किया। बाइडन ने कहा, 'ये तस्वीरें दुनिया को यह याद दिलाने वाली हैं कि अमेरिका बड़े काम कर सकता है और अमेरिकी लोगों खासकर हमारे बच्चों को याद दिलाएगा कि ऐसा कुछ भी नहीं है जो हमारी क्षमता से परे है।'
It's here–the deepest, sharpest infrared view of the universe to date: Webb's First Deep Field.
— NASA (@NASA) July 11, 2022
Previewed by @POTUS on July 11, it shows galaxies once invisible to us. The full set of @NASAWebb's first full-color images & data will be revealed July 12: https://t.co/63zxpNDi4Ipic.twitter.com/zAr7YoFZ8C
नासा जेम्स वेब की ओर से ली गई अन्य तस्वीरों को मंगलवार को जारी करने वाला है। बता दें कि करीब 10 अरब डॉलर में तैयार इस टेलिस्कोप को पिछले साल दिसंबर में लॉन्च किया गया था। इसे प्रसिद्ध हबल स्पेस टेलीस्कोप की अगली पीढ़ी के तौर पर अंतरिक्ष में भेजा गया था। जेम्स वेबस अभी धरती से 15 लाख किमी दूर सूर्य की परिक्रमा कर रहा है।
जेम्स वेब: ब्रह्मांड कैसे बना, इसके खुलेंगे राज
जेम्स टेलिस्कोप अपने विशाल प्राइमेरी मिरर और उपकरणों की मदद से अंतरिक्ष में कहीं अधिक दूरी तक देख सकता है। टेलिस्कोप में लगे उपकरण इसे धूल और गैस के पार भी देखने में मदद करते हैं। माना जा रहा है कि यह शक्तिशाली टेलिस्कोप ब्रह्मांड की उत्पत्ति से जुड़े कई राज खोल सकता है।
दरअसल, किसी भी जगह से प्रकाश को कोई दूरी तय करने में कुछ समय लगता है। उदाहरण के लिए सूर्य की रोशनी को धरती पर पहुंचने में 8 मिनट का समय लगता है। ऐसे में अगर अचानक किसी दिन सूरज गायब हो जाता है तो हमें इसके बारे में 8 मिनट बाद पता लगेगा।
ऐसे ही किसी अन्य तारे से प्रकाश को आने में भी वर्षों समय लगते है्ं। हमारे सौर मंडल के बाहर का सबसे करीब का तारा 'प्रोक्सिमा सेंटोरी' (Proxima Centauri) है। इसका प्रकाश धरती तक पहुंचने में 4 साल लग सकते हैं।
ऐसे ही ब्रह्मांड के अरबों साल पहले के तारे से निकला प्रकाश भी अरबों साल पहले चला होगा। जेम्स वेब टेलिस्कोप उसकी पहचान कर उन तारों को अब देख सकेगा। इस तरह अरबों साल पहले के ब्रह्मांड के बारे में वैज्ञानिकों को इस टेलिस्कोप की मदद से जानकारी मिल सकेगी। यह एक तरह से समय में पीछे जाकर झांकने जैसा अनुभव है।