'वार एंड पीस' किताब के पन्ने पलटते हुए वायरल हुआ पीएम मोदी का वीडियो, भीमा-कोरेगांव से है कनेक्शन!

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 29, 2019 14:03 IST2019-08-29T14:03:21+5:302019-08-29T14:03:21+5:30

‘वार एण्ड पीस’ रूस के प्रसिद्ध लेखक लियो टॉल्सटाय द्वारा रचित उपन्यास है। भीमा कोरेगांव से जुड़े मामले की सुनवाई के दौरान यह उपन्यास बहस का विषय बन गया।

Narendra Modi flipping through Tolstoy's War and Peace, connection with bhima koregaon | 'वार एंड पीस' किताब के पन्ने पलटते हुए वायरल हुआ पीएम मोदी का वीडियो, भीमा-कोरेगांव से है कनेक्शन!

'वार एंड पीस' किताब के पन्ने पलटते हुए वायरल हुआ पीएम मोदी का वीडियो, भीमा-कोरेगांव से है कनेक्शन!

Highlightsजमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए अदालत ने पूछा था कि आपने घर पर वार एंड पीस क्यों रखी थी?‘वार एण्ड पीस’ रूस के प्रसिद्ध लेखक लियो टॉल्सटाय द्वारा रचित उपन्यास है।

'वार एंड पीस' किताब के पन्ने पलटते हुए पीएम मोदी की एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग अलग-अलग तरह की टिप्पणियां कर रहे हैं। दरअसल, बॉम्बे हाईकोर्ट ने बुधवार को एल्गार परिषद-भीमा कोरेगांव मामले के आरोपी वर्नोन गोन्जाल्विस से बताने को कहा कि उन्होंने अपने घर पर लियो टॉल्सटाय की किताब ‘‘वार एंड पीस’’ क्यों रखी थी। ‘वार एण्ड पीस’ रूस के प्रसिद्ध लेखक लियो टॉल्सटाय द्वारा रचित उपन्यास है। सुनवाई के दौरान यह उपन्यास बहस का विषय बन गया।

गुरुवार को प्रतीक सिन्हा ने फेसबुक पर एक 4 सेकेंड का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'शहरी नक्सल नरेंद्र मोदी टॉलस्टाय की वार एंड पीस के पन्ने पलटते हुए।' एक अन्य यूजर कृष्णा मिश्रा ने लिखा, 'मी लॉर्ड! देश का प्रधानमंत्री भी War & Peace पलटता है।'

न्यायमूर्ति सारंग कोतवाल की पीठ ने गोन्जाल्विस और अन्य आरोपियों की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा ‘‘ऐसी किताबें’’ और सीडी पहली नजर में संकेत देते हैं कि वे राज्य के खिलाफ कुछ सामग्री रखते थे। मामले की जांच कर रही पुणे पुलिस ने दावा किया कि यह एक साल पहले मुंबई में गोन्जाल्विस के घर पर छापे के दौरान जब्त ‘‘बेहद भड़काऊ साक्ष्यों’’ में से एक है।

उच्च न्यायालय ने गोन्जाल्विस के घर से जब्त जिन पुस्तकों और सीडी का जिक्र किया है, उनमें कबीर कला मंच द्वारा जारी सीडी ‘राज्य दमन विरोधी’, मार्क्सिस्ट आर्काइव्स, जय भीमा कामरेड और लियो टॉलस्टाय की साहित्यिक कृति ‘वार एंड पीस’ , ‘अंडरस्टैंडिंग माओइस्ट’, ‘आरसीपी रीव्यू’ और नेशनल स्टडी सर्किल द्वारा जारी परिपत्र की प्रतियां भी शामिल हैं।

भीमा कोरेगांव की लड़ाई के 200 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित समारोह में हिंसा भड़की। हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी तथा कुछ अन्य घायल हो गये थे। पुलिस परिषद के आयोजन से कथित रूप से नक्सली तार जुड़े होने की जांच कर रही है। मामले में कार्यकर्ताओं और शिक्षाविद शोमा सेन, रोना विल्सन, सुधा भारद्वाज, अरुण फरेरा और गौतम नवलखा को भी गिरफ्तार किया गया था।

समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से इनपुट्स लेकर

Web Title: Narendra Modi flipping through Tolstoy's War and Peace, connection with bhima koregaon

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