मां से मिले योगी आदित्यनाथ तो शायर मुनव्वर राणा ने साझा किया अपना मशहूर शेर, लोगों ने ऐसी बातें बोलनी शुरू कर दी
By अनिल शर्मा | Published: May 6, 2022 08:28 AM2022-05-06T08:28:29+5:302022-05-06T08:57:05+5:30
याद हो कि मुनव्वर राणा ने यूपी के विधानसभा चुनाव के दौरान डर का जिक्र करते हुए कहा था कि अगर योगी दोबारा मुख्यमंत्री बनते हैं तो वह प्रदेश छोड़ कलकत्ता चले जाएंगे।
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले दिनों अपनी मां से मिलने उत्तराखंड के अपने पैतृक घर पहुंचे थे। एक बड़े सूबे के मुखिया (संन्यासी) के अपनी मां से सालों बाद हुई मुलाकात की तस्वीरें देख लोगों के मन में कई तरह के भाव फूटे। मशहूर शायर मुनव्वर राणा भी इससे अछूते नहीं रहे। उन्होंने भी योगी की उनकी मां से मिलने की तस्वीर के साथ मां पर लिखे अपने मशहूर शेर साझा किए।
शेर कुछ यूं हैं- मेरी ख्वाहिश है कि मैं फिर से फरिश्ता हो जाऊँ, माँ से इस तरह लिपट जाऊँ कि बच्चा हो जाऊं। मुनव्वर राणा के इस शेर के कई-कई माएने निकाले जा रहे हैं। याद हो कि मुनव्वर राणा ने यूपी के विधानसभा चुनाव के दौरान डर का जिक्र करते हुए कहा था कि अगर योगी दोबारा मुख्यमंत्री बनते हैं तो वह प्रदेश छोड़ कलकत्ता चले जाएंगे।
मेरी ख़्वाहिश है कि मैं फिर से फ़रिश्ता हो जाऊँ,
— Munawwar Rana (@MunawwarRana) May 5, 2022
माँ से इस तरह लिपट जाऊँ कि बच्चा हो जाऊं।
Meri khwaahish hai ki main phir se farishta ho jaaun,
Maa se iss tarha lipat jaaun ki bachcha ho jaaun.#MunawwarRanapic.twitter.com/t3q6aMe3H4
इस बीच मुनव्वर राणा के योगी की तस्वीर साझा कर, उनके लिए शेर कहने का लोग अलग-अलग मतलब निकाल रहे हैं। कोई उनके हृदय परिवर्तन की बात कहा तो किसी ने उन्हें शातिर बताया। किसी ने उन्हें चापलूस तक कहा। इसके साथ कइयों ने इस शेर को तोड़-मरोड़ कर उनपर निशाना साधने का काम किया।
डर या हताशा हो लेकिन योगी जी के उत्तरप्रदेश में अच्छे अच्छे लोगो का हृदय परिवर्तन हो रहा है https://t.co/JMIxlVGGxR
— Jitendra Singh (@JitendraSinghMP) May 5, 2022
एक यूजर ने लिखा, डर या हताशा हो लेकिन योगी जी के उत्तरप्रदेश में अच्छे अच्छे लोगो का हृदय परिवर्तन हो रहा है। एक अन्य ने, उनके पलायन वाले खबर की कटिंग साझा करते हुए लिखा, आपके जाने का इंतजार कब खत्म होगा?
आपके जाने का इंतजार कब खत्म होगा ? pic.twitter.com/1HTPWZ74ed
— Usha Gupta Dinde (@usha228) May 5, 2022
एक ने लिखा- मख्खनबाजी भी एक कला है राणा जैसे कलाकार अपनी खीज मिटाने के लिए गाहे बगाहे पेश करते रहते हैं..वैसे डर कम हुआ या नहीं.. !!
मख्खनबाजी भी एक कला है 😊 राणा जैसे कलाकार अपनी खीज मिटाने के लिए गाहे बगाहे पेश करते रहते हैं..वैसे डर कम हुआ या नहीं.. !!
— द्विवेदी.(जटायु)..🇮🇳..🚩!! (@dwivedi_in) May 5, 2022
इसपर प्रतिक्रिया देते हुए एक यूजर ने कहा कि यह इनका पुराना खेल है। ऐसी ही मक्खन बाजी में इन्होंने सोनिया गांधी के लिए भी 2 बीघा लंबा शायरी लिखा है जिसमे उन्हें किसी देवी से कम नही दिखाया है।
मेरी ख़्वाहिश है कि मैं फिर से डेढ़ स्याणा हो जाऊँ,
— दलीप पंचोली🇮🇳 (@DalipPancholi) May 5, 2022
UP छोड़ दूंगा कहकर फिर से योगी की चापलूसी में राणा हो जाऊं।
एक अन्य ने शेर को बिगाड़ते हुए लिखा, मेरी ख्वाहिश है कि मैं फिर से डेढ़ स्याणा हो जाऊँ, UP छोड़ दूंगा कहकर फिर से योगी की चापलूसी में राणा हो जाऊं।